जातीय शक्ति संघ क्लब: ग्लोबल वार्मिंग की थीम पर बन रहा आकर्षक पूजा पंडाल
पेड़-पौधों से सुसज्जित होगी मां दुर्गा की प्रतिमा 30 लाख रखा गया है पूजा का बजट चक्रवाती तूफान का दीदार करेंगे दर्शनार्थी सिलीगुड़ी : शहर के विभिन्न दुर्गा पूजा पंडालों में अलग-अलग थीम पर साज-सज्जा का काम चल रहा है. इसको लेकर पूजा आयोजक कमेटियों में चरम व्यस्तता देखी जा रही है. सिलीगुड़ी के बड़े […]
पेड़-पौधों से सुसज्जित होगी मां दुर्गा की प्रतिमा
30 लाख रखा गया है पूजा का बजट
चक्रवाती तूफान का दीदार करेंगे दर्शनार्थी
सिलीगुड़ी : शहर के विभिन्न दुर्गा पूजा पंडालों में अलग-अलग थीम पर साज-सज्जा का काम चल रहा है. इसको लेकर पूजा आयोजक कमेटियों में चरम व्यस्तता देखी जा रही है. सिलीगुड़ी के बड़े दुर्गा पूजा पंडाल में से एक चंपासारी श्रीगुरू विद्या मंदिर स्कूल मैदान में आयोजित होने वाले जातीय शक्ति संघ व पाठागार की पूजा है.
इस वर्ष क्लब अपनी स्थापना के 37 साल पूरा कर रहा है. इस बार ग्लोबल वार्मिंग की थीम पर पूजा पंडाल का निर्माण हो रहा है. वहीं मां दुर्गा की प्रतिमा को पेड़-पौधे से सजाया जायेगा. इस संबंध में पूजा आयोजक कमेटी के सचिव पप्पू दत्ता ने बताया कि इस बार पूजा का बजट 30 लाख रुपये रखा गया है. उन्होंने कहा कि चंपासरी जातीय शक्ति संघ के पूजा पंडाल में हर बार कोई न कोई सामाजिक संदेश देने की कोशिश रहती है. उन्होंने कहा कि इस बार ग्लोबल वार्मिंग की थीम पर पूजा पंडाल का निर्माण किया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि पंडाल को तीन भागों में बांटा गया है. ग्लोब से होकर पंडाल का प्रवेश द्वार बनाया गया है. प्रवेश के बाद दर्शक एक चक्रवर्तीय तूफान का परिदर्शन करेंगे. उन्होंने बताया कि ग्लोब का निर्माण कांच से किया जा रहा है. पंडाल के तीसरे भाग में देवी दुर्गा की मूर्ति स्थापित की जायेगी. उन्होंने बताया कि मूर्ति का निर्माण दो भाग में किया जायेगा. पूरे पूजा पंडाल में ग्लोबल वार्मिंग का मानव जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव को दिखाया जायेगा. उन्होंने बताया कि इस काम को पूरा करने के लिए मेदिनीपुर से आये 25 कारीगर लगातार काम कर रहे हैं.
उन्होंने बताया कि देवी दुर्गा की मूर्ति सिलीगुड़ी कुम्हार टोली से लायी जायेगी. वहीं लाइट डेकोरेशन का काम भी स्थानीय कारीगर ही कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि पूजा देखने आये दर्शनार्थियों की सुरक्षा के लिए 14 सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे. जिसकी मॉनिटरिंग पूजा आयोजक कमेटी के सदस्य करेंगे. इसके अलावा सिविक वॉलंटियर के साथ-साथ 40 से 50 अलग से सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की जायेगी.