कालिम्पोंग में सांसद राजू बिष्ट के काफिले पर हमला, पथराव
सिंजी स्थित भक्ति माया प्राथमिक विद्यालय के स्वर्ण जयंती समारोह के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे सांसद सांसद ने कालिम्पोंग थाने में विनय गुट के समर्थकों पर दर्ज करायी नामजद प्राथमिकी कालिम्पोंग : दार्जिलिंग के सांसद राजू बिष्ट के काफिले पर मंगलवार की दोपहर कालिम्पोंग के सिंजी में हमला किया गया. इस […]
सिंजी स्थित भक्ति माया प्राथमिक विद्यालय के स्वर्ण जयंती समारोह के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे सांसद
सांसद ने कालिम्पोंग थाने में विनय गुट के समर्थकों पर दर्ज करायी नामजद प्राथमिकी
कालिम्पोंग : दार्जिलिंग के सांसद राजू बिष्ट के काफिले पर मंगलवार की दोपहर कालिम्पोंग के सिंजी में हमला किया गया. इस हमले में सांसद के सुरक्षा गार्ड समेत कई समर्थकों को हल्की चोट लगी है. हमले का आरोप गोरखा जनमुक्ति मोरचा(विनय गुट) के समर्थकों पर लगा है. राजू बिष्ट सिंजी स्थित भक्ति माया प्राथमिक विद्यालय में आयोजित स्वर्ण जयंती समारोह के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जा रहे थे. बताया जा रहा है कि दोपहर 12 बजे सांसद के काफिला पर चारकोल के मंदिर खोला के पास विनय गुट के करीब 100 कार्यकर्ताओं ने पहले तो काले झंडे दिखाये.
उसके बाद काफिले में आगे चल रहे बाइक सवार समर्थकों से उनकी झड़प हो गयी. भाजपा समर्थक भी पार्टी का झंडा गाड़ी से निकाल कर उनकी ओर फेंकने लगे. इस दौरान दोनों पक्षों के बीच हाथापाई भी हुई. भाजपा का आरोप है कि विनय गुट के लोगों ने उनके समर्थक की स्कूटी सड़क से नीचे फेंक दी. इस दौरान सांसद राजू बिष्ट की सुरक्षा के लिए तैनात पुलिस भी स्थिति को नियंत्रित नहीं कर पाये. सांसद ने विनय गुट के समर्थकों पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगाते हुए कालिम्पोंग थाने में विनय गुट के समर्थकों पर नामजद प्राथिमकी दर्ज करायी है.
वहीं बीच रास्ते से लौटने पर बिष्ट ने कहा कि उनके ऊपर जानलेवा हमला हुआ. जिसमें उनकी जान बच गयी. उन्होंने कहा कि जान बचाने के लिए मुझे अगली सीट से पिछली सीट पर जाकर छुपना पड़ा. इस हमले में मेरे पीएसओ और सुरक्षा गार्ड को चोट लगी. उन्होंने कहा कि घटना सीधा-सीधा अटेम्प्ट टु मर्डर है. बिष्ट ने पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाये. उन्होंने कहा कि अपनी यात्रा की सूचना सोमवार को ही कालिम्पोंग पुलिस को दे दी थी. इसके बावजूद मंगलवार को सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं थी.
एसपी ने आश्वासन दिया था, लेकिन घटनास्थल में गिने चुने पुलिसकर्मी ही थे. सांसद ने कहा कि जब उनकी गाड़ी पर बड़ी मात्रा पर पत्थरबाजी होने लगी तो वो एक किलोमीटर पीछे चले आये, क्योंकि उनके वहां रुकने से विवाद और बढ़ सकता था. उन्होंने कहा कि प्रशासन को सब पता था, इसके बाद भी ये सब होने दिया. बिष्ट ने मोर्चा के कालिम्पोंग जिला समिति के अध्यक्ष संचाबीर सुब्बा समेत 100 लोगों के खिलाफ थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है.