लगातार बारिश से काली पूजा आयोजन प्रभावित

शहर के कई क्लबों की पूजा का उद्घाटन रद सड़कों पर बारिश का पानी जमा होने से जनजीवन प्रभावित मालदा : शहर में गुरुवार की रात से ही लगातार बारिश हो रही है. वहीं, पूरे मालदा जिले में शुक्रवार से लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. इससे काली पूजा का आयोजन प्रभावित हो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 26, 2019 1:35 AM

शहर के कई क्लबों की पूजा का उद्घाटन रद

सड़कों पर बारिश का पानी जमा होने से जनजीवन प्रभावित
मालदा : शहर में गुरुवार की रात से ही लगातार बारिश हो रही है. वहीं, पूरे मालदा जिले में शुक्रवार से लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. इससे काली पूजा का आयोजन प्रभावित हो रहा है. शहर की कई क्लबों की दुर्गा पूजा के आयोजन का उद्घाटन प्रतिकूल मौसम के चलते रद कर दिया गया है.
वहीं, शहर के विभिन्न वार्ड में बरसाती पानी जमा हो गया है. शहर की कई क्लबों और पूजा आयोजक कमेटियां प्रतिमा भी नहीं बनवा सकी हैं. शहर के आईटीआई मोड़, यूथ क्लब, नेताजी सुभाष रोड में काली पूजा को लेकर मेला लगता है. लेकिन बारिश के चलते कमेटी आयोजन पूरी नहीं कर पाये हैं. मालदा शहर के पुराटुली इलाके में स्थित यंग मेंस सोसाइटी, आईटीआई मोड़ संलग्न दिशारी क्लब के अलावा मकदमपुर इलाके की दो बिग बजट की काली पूजा के उद्घाटन का दिन था. लेकिन लगातार बारिश के चलते कार्यक्रम रद कर दिया गया है.
उधर, शुक्रवार की सुबह से ही लगातार बारिश से शहर की मालंचपल्ली, कृष्णपल्ली, सुभाषपल्ली, रामकृष्णपल्ली, विवेकानंदपल्ली, विनय सरकार रोड, दो नंबर गवर्नमेंट कॉलोनी, बैंक कॉलोनी व आसपास के इलाकों में बरसाती पानी जमा हो गया है. कई मोहल्लों के घरों में पानी घुस गया है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि नालों की नियमित सफाई नहीं होने से पानी जमा हुआ है. नगरपालिका प्रशासन को जरूरी कदम उठाने चाहिये. वहीं,लगातार बारिश से व्यवसायियों को बीते दो दिन दुकान बंद करना पड़ा है.
सर्वाधिक नुकसान पटाखों और टूनी बल्बों के दुकानदारों को हुआ है. मालदा मर्चेंट चेम्बर ऑफ कॉमर्स के सचिव जयंत कुंडू ने बताया कि काली पूजा के पहले टूनी बल्ब और पटाखों की खूब बिक्री होती है. इस बार दुर्गा पूजा के बाद काली पूजा के समय भी बारिश ने बाजार को बुरी तरह प्रभावित किया है.
इंगलिशबाजार नगरपालिका के चेयरमैन एवं विधायक नीहार घोष ने बताया कि हाईड्रेनों की नियमित सफाई हो रही है. इसके लिये 35 लाख रुपये आवंटित किये गये हैं. लेकिन सफाई के लिये आम नागरिकों में भी जागरुता जरूरी है. नालों में प्लास्टिक वर्ज्य व कचरा डालने के चलते यह समस्या जटिल हो गयी है.

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