एनआरसी पर ममता के साथ खड़ा है लेप्चा सेजुम

कालिम्पोंग : एनआरसी के मुद्दे पर लेप्चा सेजुम ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का समर्थन किया है. एनआरसी के विरोध में रविवार को लेप्चा सेजुम ने कालिम्पोंग शहर में रैली निकली. रैली में सेजुम के मुख्य सलाहकार युसुफ सिमिक, पीटी सिमिक, इल्टा अध्यक्ष दोर्जी टी लेप्चा, महासचिव रूमदेन लेप्चा, सेजुम प्रवक्ता योगेन लेप्चा समेत विभिन्न स्थान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 18, 2019 5:40 AM

कालिम्पोंग : एनआरसी के मुद्दे पर लेप्चा सेजुम ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का समर्थन किया है. एनआरसी के विरोध में रविवार को लेप्चा सेजुम ने कालिम्पोंग शहर में रैली निकली. रैली में सेजुम के मुख्य सलाहकार युसुफ सिमिक, पीटी सिमिक, इल्टा अध्यक्ष दोर्जी टी लेप्चा, महासचिव रूमदेन लेप्चा, सेजुम प्रवक्ता योगेन लेप्चा समेत विभिन्न स्थान से आये लेप्चा की व्यापक संख्या में उपस्थिति थी. रैली शहर के विभिन्न स्थान के परिक्रमा करते हुए मेला ग्राउंड पहुंचकर सभा में परिनत हुई.

सभा को सम्बोधन करते हुए सेजुम के मुख्य सलाहहकार युसुफ सिमिक ने एनआरसी ने असम में जैसे दार्जिलिंग पहाड़ के लोगों को भी मुश्किलें पैदा होने की की बात कहते हुए मुख्य मन्त्री ममता बनर्जी का पूर्ण समर्थन करने की बात कही. सिमिक ने कहा कि एनआरसी को कई लोग अन्तरिक राजनीति करते हैं. एनआरसी से भले ही लेप्चा प्रभावित नहीं होगा, लेकिन पहाड़वासी प्रभावित होंगे.
उन्होंने आगे कहा कि एनआरसी का भूत समीप आ चुका है, भूत दरवाजा के अंदर आये इससे पहले से ही हमें सचेत होना जाना चाहिए. इस कारण एनआरसी के विरोध में सम्पूर्ण पहाड़ एक हो. 1971 की जमीन के कागज पत्र में किसका हस्ताक्षर है. सरकार द्वारा लेप्चा के जमीन वापस करने के गगनभेदी नारा लागते दिखे.
एनआरसी को लेकर तृणमूल व भाजपा में मिलीभगत
जलपाईगुड़ी : राज्य में नारी उत्पीड़न और एनआरसी के मुद्दे गणतांत्रिक महिला समिति के जिला सम्मेलन के खुले अधिवेशन में छाये रहे. रविवार को जलपाईगुड़ी शहर के मदरसा मैदान में अखिल भारतीय गणतांत्रिक महिला समिति के जिला सम्मेलन में वक्ताओं ने केंद्र व राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि एनआरसी को लागू करने को लेकर केंद्र की भाजपा एवं राज्य की तृणमूल सरकार में आपस में समझौता हो गया है.
दोनों ही इसे बंगाल में लागू करने को लेकर कटिबद्ध हैं. साधना सेन की अध्यक्षता में आयोजित खुले अधिवेशन में अपने संबोधन में राज्य अध्यक्ष अंजू कर ने कहा कि एनआरसी के खिलाफ राज्य की महिलायें आगे रहते हुए इसे लागू नहीं करने देंगी. उन्होंने प्रदेश में महंगाई पर रोक लगाने में राज्य सरकार की विफलता पर भी कटाक्ष किया. कहा कि राज्य में महिलाओं की सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं है.
लोगों का ध्यान जरुरी महसलों से हटाकर समुदायों में विभाजन पैदा किया जा रहा है. युद्ध का उन्माद पैदा किया जा रहा है. शहर के एक भवन में शाम को 17वां जिला सम्मेलन शुरु हुआ. खुले अधिवेशन के पहले संगठन का ध्वजोत्तोलन करते हुए सम्मेलन का आगाज किया गया. सम्मेलन का समापन सोमवार को होगा.

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