हेरिटेज कूचबिहार को मिलेंगे ” 250 करोड़

एनआरसी से डरने की जरुरत नहीं : ममता मदन मोहन मंदिर में पूजा के दौरान गोत्र के साथ जोड़ा मां, माटी व मनुष्य छिटमल के 20 लोगों को घर की चाबी सौंपी उपहार में मिले राशिचक्र किया जनता को समर्पित कूचबिहार : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि कूचबिहार शहर को हेरिटेज के रूप में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 19, 2019 1:56 AM

एनआरसी से डरने की जरुरत नहीं : ममता

मदन मोहन मंदिर में पूजा के दौरान गोत्र के साथ जोड़ा मां, माटी व मनुष्य
छिटमल के 20 लोगों को घर की चाबी सौंपी
उपहार में मिले राशिचक्र किया जनता को समर्पित
कूचबिहार : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि कूचबिहार शहर को हेरिटेज के रूप में संभाला जायेगा. इसके लिए सरकार यहां ढाई सौ करोड़ रुपये खर्च करेगी. सोमवार को कूचबिहार के मदन मोहन मंदिर में पूजा करने के बाद रास मेले के सांस्कृतिक मंच से बोलते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि ममता ने कहा कि बहुत दिनों से इस ऐतिहासिक मेले में आने की इच्छा थी, वो आज पूरी हो गयी. मैं जब भी कूचबिहार आती हूं तो मदन मोहन मंदिर में जा कर पूजा करती हूं, लेकिन इस बार की पूजा खास रही और मुझे काफी अच्छा लगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि छिटमहल की समस्या काफी बड़ी थी. इसका समाधान हो गया है. लगभग एक हजार करोड़ रुपया इनके लिए खर्च किया गया है. आज इस मंच से 20 लोगों को घर की चाबी दी गयी है. कुल 104 लोगों को घर की चाबी दी जायेगी. शेष लोगों को दिनहटा के विधायक उदयन गुहा व मेखलीगंज के विधायक मंगलवार को सौंपेंगे. इसके अलावा जम्मू-कश्मीर से लौटे लोगों को भी 50 हजार की आर्थिक मदद दे रही हूं.अपने भाषण में विभिन्न विषय की चर्चा करते हुए ममता ने विरोधियों पर जमकर निशाना साधा.
एनआरसी पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि एनआरसी को लेकर किसी को डरने की जरूरत नहीं है. आप इस देश के नागरिक हैं. आपको नागरिकता लेने की जरूरत नहीं है. साथ ही जो नया सिटीजन सिविल आ रहा है, उसको लेकर अगर कोई राजनीतिकरण करने की कोशिश करता है. आपस में भेदभाव की राजनीति करने की कोशिश करता है, तो फिर इसका जवाब दें. अगर कोई कहता है कि बंगालियों का नाम नहीं जायेगा, मुस्लिम का नाम हट जायेगा, तो फिर असम में 13 लाख बंगालियों का नाम क्यों नहीं आया. इसलिए इन सब विषयों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है.
मुख्यमंत्री कहा कि रासलीला का नाम सुनी थी. कूचबिहार का रास मेला धार्मिक रूप से भी एक अलग अनुभूति देता है. ममता ने कहा कि पूजा के दौरान जब पंडितों ने उनके नाम के साथ शांडिल्य गोत्र लगाया तो उन्होंने पंडित से कहा कि वो बनर्जी हैं और उनका गोत्र भी शांडिल्य है लेकिन इसके साथ मां माटी मानुष और अनु को भी शामिल किया जाये. मैं हमेशा मां माटी मानुष सभी के लिए लिए पूजा-अर्चना करती हूं.
इससे पूर्व शाम पांच बजे मुख्यमंत्री मदन मोहन बारी पहुंची. वहां वो सीधे मदन मोहन भगवान के पास जाकर पूजा-अर्चना की. पूजा अर्चना करने के बाद मुख्यमंत्री ने ऐतिहासिक राशि चक्र घुमाया. राशि चक्र घुमाने के बाद मुख्यमंत्री रास मेला मैदान स्थित सांस्कृतिक मंच पर आयीं.
मुख्यमंत्री के साथ राज्य के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा, पुलिस के उच्च अधिकारी से लेकर जिला प्रशासन के अधिकारीगण उपस्थित थे. रास मेला के मंच पर नगर पालिका द्वारा मुख्यमंत्री को एक राशि चक्र उपहार के तौर पर दिया गया, जिसे मुख्यमंत्री ने जनता को समर्पित करते हुए मंच से कहा कि मैं यहां के लोगों के लिए इसे यहां रख कर जा रही हूं.

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