दो बीघा सरकारी जमीन पर कब्जा का मामला उजागर
सिलीगुड़ी के एक कारोबारी शंकर पाल व उसके साथियों पर लगा आरोप डाबग्राम-फूलबारी के हाथियाडांगा नया ब्रिज संलग्न फगदईबाड़ी इलाके में है जमीन जिप सदस्यों, बीडीओ बीएलआरओ व अन्य अधिकारियों ने जमीन का किया मुआयना सिलीगुड़ी : डाबग्राम-फूलबारी ग्राम पंचायत के हाथियाडांगा नया ब्रिज संलग्न फगदईबाड़ी इलाके में लगभग दो बीघा सरकारी जमीन लीज पर […]
सिलीगुड़ी के एक कारोबारी शंकर पाल व उसके साथियों पर लगा आरोप
डाबग्राम-फूलबारी के हाथियाडांगा नया ब्रिज संलग्न फगदईबाड़ी इलाके में है जमीन
जिप सदस्यों, बीडीओ बीएलआरओ व अन्य अधिकारियों ने जमीन का किया मुआयना
सिलीगुड़ी : डाबग्राम-फूलबारी ग्राम पंचायत के हाथियाडांगा नया ब्रिज संलग्न फगदईबाड़ी इलाके में लगभग दो बीघा सरकारी जमीन लीज पर लेकर हड़पने का मामला उजागर हुआ है. जमीन हड़पने का आरोप सिलीगुड़ी के एक कारोबारी शंकर पाल व उसके अन्य साथियों पर लगाया गया है.
आरोप है कि शंकर पाल ने उस जमीन पर जिला परिषद द्वारा बनाये 14 दुकानों में से तीन दुकानों को गैरकानूनी तरीके से लीज पर दे दिया है. स्थानीय लोगों द्वारा इस मामले की शिकायत स्थानीय पंचायत से करने के बाद ही मंगलवार को जलपाईगुड़ी जिला परिषद के सदस्यों के साथ बीडीओ व बीएलआरओ तथा अन्य अधिकारियों ने उस जमीन का मुआयना किया.
डाबग्राम-फूलबारी विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में भू माफियाओं द्वारा जमीन हड़पने का मामला सामने आया है. सबसे ज्यादा भूमाफिया फूलबारी में सक्रिय है. पिछले दिनों इन भू माफियाओं पर नकेल कसने के लिए पर्यटन मंत्री गौतम देव ने कड़ा फरमान भी जारी किया था. गौरतलब है कि जमीन हड़पने के मामले में कथित तौर पर कई तृणमूल नेताओं की संलिप्तता भी उजागर हुई थी. इसके बाद भी आये दिन इस इलाके में जमीन पर अवैध कब्जा, हेराफेरी व रंगदारी वसूलने जैसे मामले सामने आ रहे हैं.
स्थानीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार डाबग्राम-फूलबारी ग्राम पंचायत के हाथियाडांगा नया ब्रिज संलग्न फगदईबाड़ी इलाके में लभगभ दो बीघा जमीन को माकपा शासन काल में शंकर पाल ने लीज पर लिया था. स्थानीय लोगों का आरोप है कि उस वक्त शंकर ने सरकार के पास गलत कागज पेश किया था.
तृणमूल कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद उस जमीन पर जिला परिषद की ओर से 14 दुकानों का निर्माण कराया गया था. उस जीन पर एक आंगनबाड़ी केन्द्र भी है. बताया जा रहा है कि अचानक से 10 दिन पहले शंकर पाल ने उस जमीन पर घेराबंदी शुरू कर दी. इसी के साथ आंगनबाड़ी केन्द्र को भी बंद करने का निर्देश दिया. स्थानीय लोगों के मुताबिक 14 दुकानों में से शंकर पाल ने 5 लाख रूपये लेकर तीन दुकानों को लीज पर दे दिया है.