तूफानगंज में बंद समर्थकों ने किया बस क्षतिग्रस्त
कूचबिहार : कूचबिहार में बंद का व्यापक असर देखा गया. दो एक छोटी घटना को छोड़कर वैसे बंद शांतिपूर्ण रहा. जिले के तूफानगंज में उत्तरबंग राष्ट्रीय परिवहन की एक बस को क्षतिग्रस्त किया गया. इसके अलावा कहीं से तोड़फोड़ की सूचना नहीं है. एक दर्जन के करीब लोगों को पुलिस ने बंद के दौरान गिरफ्तार […]
कूचबिहार : कूचबिहार में बंद का व्यापक असर देखा गया. दो एक छोटी घटना को छोड़कर वैसे बंद शांतिपूर्ण रहा. जिले के तूफानगंज में उत्तरबंग राष्ट्रीय परिवहन की एक बस को क्षतिग्रस्त किया गया. इसके अलावा कहीं से तोड़फोड़ की सूचना नहीं है. एक दर्जन के करीब लोगों को पुलिस ने बंद के दौरान गिरफ्तार किया है.
बुधवार की सुबह से निजी बसों का परिचालन बंद रहा है, लेकिन पुलिस की सुरक्षा में सरकारी उत्तरबंग परिवहन की बसों को चलाया गया. सुरक्षा को लेकर चालक हेलमेट पहन रखे थे. बाजार बंद थीं और सड़कों पर आवाजाही भी बेहद कम थी. वाम श्रमिक संगठनों ने जहां शहर में रैली निकाली, वहीं आइएनटीटीयूसी ट्रांसपोर्ट श्रमिक कर्मचारी यूनियन ने बंद के विरोध में प्रदर्शन किया.
कूचबिहार जिला अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक शाना अख्तर ने बताया कि पूरे जिले में अशांति की घटना में 10 लोगों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है. वाम कांग्रेस के संयुक्त रूप से बुलाये गये बंद को लेकर सुबह से ही पुलिस प्रशासन चौकस था. इसके बावजूद शहर के कचहरी मोड़ से लेकर हरिपाल चौराहा तक कई बार बंद समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प हुई.
बंद समर्थकों ने पहले हरीश पाल चौराहा इलाके में सरकारी बसों को रोककर यात्रियों को उतार दिया. इसको लेकर पुलिस के साथ बंद समर्थकों की झड़प हुई. उसके बाद में वाम कांग्रेस श्रमिक संगठन के सदस्यों ने कचहरी मोर इलाके की तरफ जा रही सरकारी बसों को रोक दी.
खबर पाकर मौके पर पहुंचे डीएसपी समीर पाल और अन्य पुलिस अधिकारियों के साथ बंद समर्थकों की बहस हो गयी. कुछ पुलिसकर्मियों के साथ नौबत हाथापाई तक पहुंच गयी. बाद में स्थिति को नियंत्रित किया गया. इधर स्टेट बैंक के सामने एसएफआई के सदस्यों ने बैंक के गेट पर खड़े होकर प्रदर्शन किया. पुलिस ने बंद समर्थकों को यहां से खींचकर थाने ले गयी. बंद को लेकर कूचबिहार जिला सीआईटीयू के जिला सचिव जगत ज्योति दत्ता ने कहा कि प्रशासन की लाख कोशिशों के बाद भी बंद सफल रहा है.
कुछ सरकारी बसें चलाने पर भी उनमें यात्री नहीं थे. निजी बस मालिकों ने अपनी सेवा बंद रखी. इसके अलावा बाजार आदि सभी बंद थे. विभिन्न जगह पर बसों को रोकने व तोड़फोड़ की घटना के विषय में उन्होंने कहा कि बस को चालकों ने खुद रोक दिया. हमारे किसी समर्थकों ने तोड़फोड़ नहीं की. इसके पीछे विरोधियों का हाथ है जो हमारे शांतिपूर्ण बंद को हिंसक बना कर हमें बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि पुलिस ने हमारे जुलूस को भी रोकने की कोशिश की. जिसके कारण पुलिस के साथ थोड़ी कहासुनी हुई है. उन्होंने आरोप लगाया है कि पुलिस ने बिना कसूर आंदोलनरत कर्मियों को गिरफ्तार किया है. बंद को लेकर कूचबिहार जिला भाजपा के अध्यक्ष मालती राभा राय ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार दोनों तरफ से खेल रही है.
एक तरफ सरकारी कर्मचारियों को काम पर ना जाने से पैसा काट लेने की बात कह रही है, तो दूसरी तरफ जो अशांति का वातावरण पैदा हो रहा है, उसे रोकने की कोशिश नहीं हो रही है. वाम, कांग्रेस व तृणमूल एक ही थाली के चटे बटे हैं.बंद को लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेता अब्दुल जलील अहमद ने कहा कि हम भी एनआरसी व सीएए का विरोध कर रहे हैं. बंद रखकर आंदोलन करना ठीक नहीं है. हम इसके विरोध में हैं. बंद थोड़ी बहुत हुई है सभी गाड़ियां ठीक-ठाक ही चली है.