वनकर्मियों की फायरिंग में वन बस्ती वासी की मौत, तोड़फोड़

कोदाल बस्ती रेंज इलाके में सोमवार भोर की घटना फायरिंग की जांच के लिए बनी कमिटी, सात दिन के अंदर रिपोर्ट जमा करने का निर्देश कालचीनी(अलीपुरदुआर) : वनकर्मियों द्वारा की गयी फायरिंग में एक वन बस्ती वासी की मौत हो गयी. यह घटना सोमवार तड़के कालचीनी प्रखंड स्थित कोदाल बस्ती रेंज इलाके में हुई. इससे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 14, 2020 2:17 AM

कोदाल बस्ती रेंज इलाके में सोमवार भोर की घटना

फायरिंग की जांच के लिए बनी कमिटी, सात दिन के अंदर रिपोर्ट जमा करने का निर्देश
कालचीनी(अलीपुरदुआर) : वनकर्मियों द्वारा की गयी फायरिंग में एक वन बस्ती वासी की मौत हो गयी. यह घटना सोमवार तड़के कालचीनी प्रखंड स्थित कोदाल बस्ती रेंज इलाके में हुई. इससे आक्रोशित लोगों ने वन विभाग कार्यालय में जमकर तोड़फोड़ की. इसके साथ वन अधिकारियों की गाड़ी को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. वन बस्ती वासियों का आरोप है कि रविवार शाम को उत्तर मेंदाबाड़ी निवासी विमल राभा (40) अपनी बिछड़ी हुई गाय की तलाश में जंगल की ओर गये थे.
अंधेरा होने के कारण वह जंगल के भीतर रास्ता भटक गये. सोमवार भोर करीब तीन बजे लौटते वक्त उनके ऊपर वनकर्मियों ने फायरिंग कर दी. उन्हें अलीपुरद्वार जिला अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. खबर मिलते ही स्थानीय निवासी भड़क उठे और वन विभाग के मंत्रम बिट कार्यालय में पहुंच तोड़फोड़ करने लगे. इसके साथ वन विभाग के निगरानी वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया.
बाद में उग्र लोग कोदाल बस्ती रेंज कार्यालय पहुंच विरोध प्रदर्शन करने लगे. प्रदर्शनकारियों का कहना था कि फायरिंग के आरोपी वन कर्मचारियों को उचित सजा और मृतक के परिवार को मुआवजा के साथ नौकरी दी जाय. इसी बीच घटनास्थल पर जल्दापाड़ा वनविभाग के एडीएफओ मौके पर पहुंचे.
हालांकि वनवासियों का कहना था कि जब तक लिखित रूप से आश्वासन नहीं मिलेगा, तब तक हम इस आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे. इससे वहां उग्र माहौल पैदा हो गया. तुरंत घटनास्थल पर विशाल पुलिस वाहिनी तैनात की गयी. इस संबंध में मृतक के पुत्र सुमित राभा ने बताया कि रविवार शाम मेरे पिताजी गाय ढूंढने जंगल में गये थे. इसी दौरान उनका मानसिक संतुलन खराब हो गया और वे रास्ता भटक गये. तभी जंगल में मेरे पिताजी के ऊपर वनकर्मियों ने गोली चला दी.
वहीं घटनास्थल पर पहुंचे जल्दापाड़ा वन विभाग के एडीएफओ संजीव कुमार साहा ने बताया कि यह एक अप्रिय घटना है. हालांकि वन विभाग के राष्ट्रीय उद्यान के नियम अनुसार वन विभाग के वनकर्मियों ने अपना कर्तव्य निभाया है. इस संबंध में वन मंत्री राजीव बनर्जी ने कहा कि फायरिंग के दौरान उपस्थित वन कर्मियों को क्लोज कर दिया गया है. एक जांच कमेटी बनायी गयी है. सात दिन के अंदर रिपोर्ट जमा करने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने मृतक के परिवार को हरसंभव सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया.

Next Article

Exit mobile version