उपद्रवियों ने शॉटक्रैट मशीन फूंकी
इटली से शनिवार को ही आयी थी 2.5 करोड़ की मशीन कालिम्पोंग : कर्सियांग महकमा के सेवक पुलिस पोस्ट अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग 10 के कालीझोडा के समीप कुछ उपद्रवियों ने एक शॉटक्रैट मशीन को जला दिया. इस मशीन का उपयोग रेलवे के सेवोके से रंगपु के बीच सुरंग संख्या 3 और 4 के निर्माण में […]
इटली से शनिवार को ही आयी थी 2.5 करोड़ की मशीन
कालिम्पोंग : कर्सियांग महकमा के सेवक पुलिस पोस्ट अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग 10 के कालीझोडा के समीप कुछ उपद्रवियों ने एक शॉटक्रैट मशीन को जला दिया. इस मशीन का उपयोग रेलवे के सेवोके से रंगपु के बीच सुरंग संख्या 3 और 4 के निर्माण में हो रहा था. शनिवार की रात लगभग 11 बजे कालीझोरा के पास मशीन को जलाया गया. मशीन भारत सरकार के पर्यटन विकास निगम (ITDC) की बतायी जा रही है. लगभग 2.5 करोड़ रुपये की लागत वाली इस मशीन को जलाने के पीछे का कारण अब तक पता नहीं चला है.
आइटीडीसी ने इस संबंध में सेवक पुलिस स्टेशन में एक लिखित शिकायत दर्ज करायी है. रेलवे कंपनी इरकॉन के जीएम टीटी भूटिया ने बताया कि उक्त मशीन इटली से मंगवाया गया था, जो कल ही कालीझोडा पंहुचा था. उन्होंने घटना को दुखद बताते हुए पुलिस प्रशासन से कार्रवाई करने की मांग की है.
बताया जाता है कि घटना के वक्त नाईट गार्ड था, परन्तु दूर होने की वजह से उसको सिर्फ आग की लपटे दिखी. जब तक वह मशीन के करीब पहुंचा आग काफी लग चुकी थी. एनएचपीसी के दमकल से आग पर काबू पाने की कोशिश की गयी, लेकिन मशीन पूरी तरह जल गयी. कालीझोडा सोशल वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष सुभाष तामांग ने इस घटना की भ्रत्सना करते हुए दोषियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है.
क्रमाकपा के युवा नेता अरुण घतानी ने कहा कि परियोजना को लेकर इरकोन कंपनी एवं वन बस्तीवासी के बीच कानूनी विवाद चल रहा है, हो सकता है घटना के पीछे का कारण वो विवाद हो. अरुण घतानी ने कहा कि प्रशासन को गम्भीरतापूर्वक जांच कर दोषी पर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए.