भाजपा को नहीं मिल रहे धारदार चेहरे

सीएए/एनआरसी विरोधी अभियान के चलते दबाव में है दल मालदा : आसन्न नगरपालिका चुनाव के मद्दनेजर भाजपा को धारदार चेहरे नहीं मिल रहे हैं. इससे दलीय नेतृत्व असमंजस में है. दल के एक वर्ग का मानना है कि ओल्ड मालदा नगरपालिका चुनाव के लिये स्वच्छ छवि वाले तेज तर्रार नेता की कमी है. हालांकि इस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 12, 2020 2:39 AM

सीएए/एनआरसी विरोधी अभियान के चलते दबाव में है दल

मालदा : आसन्न नगरपालिका चुनाव के मद्दनेजर भाजपा को धारदार चेहरे नहीं मिल रहे हैं. इससे दलीय नेतृत्व असमंजस में है. दल के एक वर्ग का मानना है कि ओल्ड मालदा नगरपालिका चुनाव के लिये स्वच्छ छवि वाले तेज तर्रार नेता की कमी है. हालांकि इस संकट से उबरने का प्रयास चल रहा है.
वहीं, भाजपा के जिलाध्यक्ष गोविदं चंद्र मंडल ने कहा कि जनता से राय लेकर प्रत्याशियों का चयन किया जायेगा. जनता ही दल का चेहरा तय करेगी. हालांकि इस स्वीकारोक्ति में भाजपा की असमंजस स्थिति ही व्यक्त हुई है. वहीं, सीएए/एनआरसी के विरोध में चल रहे तृणमूल के अभियान से भाजपा के कार्यकर्ता दबाव में हैं. इसके काट के लिये दल घर घर जाकर जनसंपर्क पर जोर दे रहा है.
नगरपालिका सूत्र के अनुसार ओल्ड मालदा नगरपालिका क्षेत्र में कुल 20 वार्ड हैं. यहां तृणमूल बहुमत के साथ बोर्ड पर काबिज हैं. हालांकि पिछले नगरपालिका चुनाव में भाजपा के हिस्से में पांच वार्ड आये थे. लेकिन बाद में ये पांचों तृणमूल में शामिल हो गये. वहीं, नगरपालिका चुनाव के लिये भाजपा का परिचित या जुझारु चेहरा नहीं होने से दल को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि पर ही निर्भर रहना पड़ रहा है.

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