जलपाईगुड़ी: बाढ़ नियंत्रण कमीशन के जलपाईगुड़ी शाखा के आयुक्त अमरेंद्र कुमार सिंह ने कमीशन के चेयरमैन से नदी के तटवर्ती इलाके में बस्ती की वैधता को लेकर सवाल पूछा है. जलपाईगुड़ी शहर के तिस्ता नदी के प्रस्तावित तटवर्ती इलाके में जनबहुल बस्ती बन गयी है. हर साल वर्षा में तटवर्ती बस्ती के लोग बांध पर आश्रय लेते हैं. पानी का स्तर कम हो जाने पर फिर से वे तट के किनारे जाकर रहने लगते हैं. वर्षा में इनकी सुरक्षा के पीछे प्रशासन को काफी रुपये खर्च करने पड़ते हैं.
श्री सिंह ने बताया कि नियम के तहत नदी के तट पर रहना अवैध है. सिंचाई दफ्तर का यह दायित्व है कि तट को दखल मुक्त कराना. क्योंकि नदी का तट सरकार की संपत्ति है. सरकार ने किसी को विपत्ति के मुंह में जाकर रहने के लिए नहीं कहा. इस संबंध में बाढ़ नियंत्रण कमीशन के चेयरमैन गंगाधर दे ने बताया कि तट को दखलमुक्त करने के लिए कई बार कोशिश की गयी लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. उल्टे सिंचाई विभाग के कर्मियों पर ही हमला चलाया जाता है. सिर्फ तिस्ता ही नहीं जलढाका, तोर्षा आदि नदी के तटों पर लोग रहते हैं और यहीं पर खेतीबारी करते हैं. जो सिंचाई विभाग के लिए संकट जनक है.
क्योंकि धानों को बांध पर सुखाया जाता है. जिससे चूहे का उपद्रब बढ़ता है. चूहे बांध में गड्ढा कर देते हैं. जिससे बांध कमजोर हो जाता है. कमीश्नर ने चेयरमैन को पूरे मामले के निरीक्षण का निर्देश दिया.