चाय श्रमिकों की मजदूरी का मामला फिर गरमाया

सिलीगुड़ी : उत्तर बंगाल के विभिन्न चाय बागानों में कार्यरत चाय श्रमिकों की मजदूरी वृद्धि का मामला एक बार फिर से गरमा रहा है. चाय श्रमिकों को उम्मीद थी कि दुर्गापूजा से पहले इस मुद्दे को लेकर कोई न कोई समाधान निकल जायेगा. राज्य सरकार ने भी दुर्गा पूजा से पहले श्रमिकों की मजदूरी वृद्धि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 23, 2014 3:18 AM
सिलीगुड़ी : उत्तर बंगाल के विभिन्न चाय बागानों में कार्यरत चाय श्रमिकों की मजदूरी वृद्धि का मामला एक बार फिर से गरमा रहा है. चाय श्रमिकों को उम्मीद थी कि दुर्गापूजा से पहले इस मुद्दे को लेकर कोई न कोई समाधान निकल जायेगा. राज्य सरकार ने भी दुर्गा पूजा से पहले श्रमिकों की मजदूरी वृद्धि पर निर्णय ले लिये जाने की घोषणा की थी.
अब जब दुर्गा पूजा सामने है तो ऐसे में चाय श्रमिकों की मजदूरी वृद्धि की आस क्षीण होने लगी है. चाय श्रमिकों की मजदूरी वृद्धि को लेकर अब तक छह बार त्रिपक्षीय बैठक हो चुकी है, लेकिन इसका कोई समाधान नहीं निकला. जबकि दूसरी ओर चाय बागान श्रमिकों के विभिन्न ट्रेड यूनियनों ने शीघ्र ही मजदूरी वृद्धि की मांग की है. राज्य के श्रम मंत्री मलय घटक भी जब पिछली बार त्रिपक्षीय बैठक में शामिल होने के लिए सिलीगुड़ी आये थे तब उन्होंने बागान मालिकों के प्रति कड़ा रुख अख्तियार किया था और ऐसा लग रहा था कि शीघ्र इस समस्या का कोई न कोई हल निकल जायेगा.
श्रम मंत्री के इस त्रिपक्षीय बैठक में शामिल हुए करीब डेढ़ महीने से भी अधिक का समय निकल चुका है, लेकिन न तो इस समस्या का समाधान निकला और न ही इस समस्या के समाधान के लिए एक बार फिर कोई त्रिपक्षीय बैठक हुई. इस बीच, विभिन्न चाय श्रमिक संगठनों ने इस मुद्दे को लेकर एक बार फिर आंदोलन की घोषणा की है. इस मुद्दे को लेकर भाजपा ने अपने राजनीतिक फायदे की तैयारी भी कर ली है. प्राप्त जानकारी के अनुसार भाजपा के मजदूर संगठन भारतीय मजदूर मोरचा एवं चाय श्रमिक संगठन तराई व डुवार्स चाय श्रमिक यूनियन ने दुर्गापूजा के बाद बड़े पैमाने पर आंदोलन किये जाने की धमकी दी है.
इन संगठनों ने उत्तर बंगाल के चाय बागान बहुल पांच जिलों में बंद की धमकी दी है. भारतीय मजदूर मोरचा के एकनेता देबब्रत मित्र ने बताया है कि राज्य की तृणमूल कांग्रेस की सरकार चाय श्रमिकों की मजदूरी बढ़ाने को लेकर गंभीर नहीं है. चाय श्रमिकों की आंखों में धूल झोंकने के लिए दिखावे के तौर पर त्रिपक्षीय वार्ताओं का दौर चल रहा है, लेकिन इसका कोई लाभ नहीं हो रहा है. उन्होंने दुर्गा पूजा के बाद ही उत्तर दिनाजपुर, दाजिर्लिंग, जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार तथा कूचबिहार जिले में बंद बुलाने की धमकी दी.

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