ग्रामीणों के खिलाफ एफआइआर दर्ज

जागरूकता फैलाने पर विशेष जोर सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी इलाके के वन क्षेत्र में पिछले चार दिनों के दौरान चार हाथियों की मौत की घटना से वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. पिछले दिनों जलपाईगुड़ी के डायना तथा चालसा इलाके में बिजली का करंट लगने से दो हाथियों की मौत हो गयी थी. इसके अगले […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 25, 2014 3:44 AM
जागरूकता फैलाने पर विशेष जोर
सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी इलाके के वन क्षेत्र में पिछले चार दिनों के दौरान चार हाथियों की मौत की घटना से वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. पिछले दिनों जलपाईगुड़ी के डायना तथा चालसा इलाके में बिजली का करंट लगने से दो हाथियों की मौत हो गयी थी. इसके अगले ही दिन नक्सलबाड़ी वन क्षेत्र में भी बिजली का करंट लगने से दो हाथियों की मौत हो गयी.
डुवार्स के वन इलाके में रेलवे के कारण पहले से ही हाथियों की मौत की घटनाएं होती रहती हैं. इसके अलावा करंट लगने से हाथियों की मौत की बढ़ती घटनाओं ने वन विभाग की परेशानी बढ़ा दी है. प्राप्त जानकारी के अनुसार करेंट लगने से चार हाथियों की मौत की घटना के बाद उत्तर बंगाल के मुख्य वन अधिकारी पीटी भुटिया ने विभागीय अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की. इस बैठक में जिन इलाकों में हाथियों की मौत हुई है वहां के ग्रामीणों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के साथ-साथ विभिन्न इलाकों में जागरूकता कार्यक्रम शुरू करने का निर्णय लिया गया.
इसके साथ ही सुस्त पड़े वाइल्ड लाइफ एगेंस्ट इलेक्ट्रीफिकेशन सेल को एक बार फिर से सक्रिय करने का निर्णय लिया गया. वन विभाग सूत्रों ने बताया है कि ग्रामीणों की नासमझी के कारण करेंट से हाथियों की मौत होती है. केन्द्र सरकार की पहल पर पिछले वर्ष इस विशेष सेल का गठन किया गया था. इस सेल में वन विभाग तथा पुलिस के साथ-साथ बिजली विभाग के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होते हैं. उत्तर बंगाल में भी इस सेल का गठन किया गया है. लेकिन इस सेल के सदस्य वन्य प्राणियों की करेंट लगने से मौत की घटना को रोकने को लेकर एक तरह से निष्क्रिय होकर बैठे हुए हैं. पिछले एक साल के दौरान इस सेल के सदस्यों की एक भी बैठक नहीं हुई है.
वन विभाग के सूत्रों ने बताया है कि मुख्य वन अधिकारी द्वारा उच्च स्तरीय बैठक के बाद शीघ्र ही इस विशेष सेल के सदस्यों को लेकर एक बैठक करने का निर्णय लिया गया है. इस सेल के सदस्य उन वन बस्तियों में जाएंगे, जहां हाथियों के आने का खतरा अधिक है. ग्रामीणों को हाथी के हमले रोकने के लिए बिजली का करेंट न लगाकर अन्य उपाय अपनाने के प्रति जागरूक किया जायेगा. सूत्रों ने आगे बताया कि वन बस्ती इलाके में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने पर विशेष बल दिया गया है.
आने वाले दिनों में वन विभाग के अधिकारी विशेष सेल के सदस्यों को लेकर विभिन्न स्थानों पर जागरूकता अभियान चलायेंगे. इस संबंध में मुख्य वन अधिकारी श्री भुटिया का कहना है कि जागरूकता की कमी के कारण ग्रामीण हाथियों के हमले से बचने के लिए अपने घर के आसपास बिजली का करेंट लगा देते हैं. जबकि हाथियों के भगाने का अन्य तरीका भी है. ग्रामीणों को हाथियों को कैसे भगाया जाये, इसकी जानकारी दे दी जायेगी. यहां उल्लेखनीय है कि सिलीगुड़ी सहित पूरे उत्तर बंगाल में विभिन्न वन बस्तियों में आये दिन हाथियों के हमले होते हैं. इससे बचने के लिए ग्रामीण अपने घर के आसपास बिजली करेंट का तार लगा देते हैं जिससे कभी-कभी हाथियों की मृत्यु हो जाती है. इस समस्या ने इस इलाके में गंभीर रूप धारण कर लिया है.

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