सिलीगुड़ी: 18 मई को सुकना के पास से आइएसआइ एजेंट होने के आरोप में गिरफ्तार पूर्व सेना कर्मी मगन बहादुर सिंह ने अब तक दाजिर्लिंग जेल में बंद थे. कल उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया. जेल अधिकारियों ने बताया कि उन्हें जमानत मिल गयी है, लेकिन इस बारे में कोई कागजात जेल अधिकारी ने उन्हें नहीं दिखाया. एक कागज पर अंगूठा लगा कर उन्हें छोड़ दिया गया. आज सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट क्लब में अपने वकील भाष्कार दास के साथ संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि उनकी रिहाई के पीछे क्या कारण हो सकता है, वह नहीं जानते हैं.
उन्होंने साफ कहा कि उनका आइएसआइ से कोई ताल्लुक नहीं है. गिरफ्तार एक व्यक्ति ने उनका नाम लिया था, इसलिए पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था. जेल से छूट कर उन्होंने अपने वकील से संपर्क किया. वकील श्री दास ने कहा कि वह फिर से सरेंडर करें. क्योंकि उन्हें जमानत नहीं मिली है.
तीन जुलाई को फिर से कोर्ट में उनकी पेशी है. ऐसे में कैसे उन्हें जेल से रिहाई मिली. उन्हें शक है कि पुलिस कहीं दूसरे मामले में उन्हें न फंसा दें. इसे देखते हुए ही उन्होंने फिर से सरेंडर करने का फैसला किया. पुलिस के सामने मगन बहादुर ने फिर से खुद को सरेंडर किया. जिले के पुलिस अधीक्षक कुणाल अग्रवाल ने कहा कि जेल इस मामले पर जेल सुपर को कारण बताओ नोटिस दिया गया है. जांच अधिकारी सपन घोष ने कहा कि मगन को फिर से कोर्ट में पेश कर जेल भेजा जायेगा.