भारी संख्या में पुलिस के जवान बम स्कोयाड दस्ते के साथ मौके पर पहुंचे. मामले की गंभीरता को देखते हुए जीआरपी की टीम भी पहुंची. बम निरोधी दस्ते ने लावारिस बैग की जांच की, लेकिन उसमें बम नहीं निकला.
बैग को जब खोला गया तो उसमें कुछ कपड़े पाये गये. ये कपड़े किसी फौजी जवान के हो सकते है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि पास में ही सेना के एमसीओ होने के कारण किसी जवान भूल से यह बैग सड़क किनारे छोड़ गया होगा. फिर भी पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. पुलिस जब लावारिस बैग की जांच कर रही थी तो वहां भारी संख्या में लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गयी. लोगों को काबू में करने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत भी करनी पड़ी. उस सड़क पर करीब एक घंटे के लिए वाहनों की आवाजाही भी बंद रही.