सिलीगुड़ी: रवींद्र नगर की निवासी आरती मल्लिक ह्दय रोग से पीड़ित थी. 21 जून को अचेतावस्था में उसे सिलीगुड़ी जिला अस्पताल में भर्ती हुई थी. लेकिन उसकी स्थिति में कोई सुधार ने देख कर अस्पताल प्रशासन ने उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजने का सुझाव दिया.
लेकिन एंबुलेंस के चालक ने कहा कि इसे सेवक रोड स्थित शांति नर्सिग होम में ईलाज करने से यह बच सकती है लेकिन यहां भी उसकी स्थिति में कोई सुधार देखा नहीं गया. नर्सिगहोम में ही सोमवार सुबह तड़के उसने दम तोड़ दिया. पत्नी के खोने के गम में पति प्रदीप मल्लिक का बुरा हाल था और नर्सिग होम की ओर से मात्र दवा का बिल 56 हजार रुपये का बनाया.
डेढ़ लाख से ऊपर का बिल बनाया गया है. और यदि यह राशि न देने पर मृत देह को नहीं देने की धमकी दी है. अस्पताल प्रशासन की इस संवेदहीनता के विरोध में जमकर हंगामा हुआ.