मालदा : मालदा ब्लड बैंक रक्त संकट से जूझ रहा है. अगर इस वक्त जिले में कोई बड़ा हादसा हुआ तो खून मिलना मुश्किल हो जायेगा. रक्त संग्रहित करने के लिए ब्लड बैंक प्रबंधन ने सभी स्वयंसेवी संगठ व गैर राजनीतिक संगठनों से रक्तदान शिविर आयोजित करने के लिए आवेदन किया है.
मालदा ब्लड बैंक के मेडिकल ऑफिसर सुशांत बनर्जी ने बताया कि इन दिनों रक्तदान शिविर नहीं आयोजित किया जा रहा है. पंचायत चुनाव के मद्देनजर रक्तदान शिविर के प्रति किसी का आग्रह नहीं है. हर महीने जिले में कम से कम 300 से 350 यूनिट रक्त की आवश्यकता होती है. मालदा मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में 65 से 70 यूनिट रक्त की आवश्यकता होती है.
मालदा जिले में 500 थैलेसीमिया के मरीज हैं. इन्हें हर महीने दो बार खून की आवश्यकता होती है. जिला वोलेंटियर ब्लड डोनर्स फोरम के सचिव सौमित्र दत्ता ने कहा कि किसी भी ग्रुप का रक्त ब्लड बैंक में नहीं है. मरीजों को अपने साथ रक्तदाता लेकर आना पड़ रहा है. थैलेसीमिया के रोगियों को खून नहीं मिल रहा है.
अगर जल्द रक्तदान शिविर का आयोजन नहीं किया गया तो बहुत समस्या होगी. 14 जुलाई को दो रक्तदान शिविर आयोजित होना है. ब्लड बैंक की निगाहें उसी पर है. मालदा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य उच्छल कुमार भद्र ने बताया कि जिला शासक को रक्त संकट के बारे में अवगत कराया गया है.
जिला शासक गोदाला किरण कुमार ने रक्तदान शिविर आयोजित कराने का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि शिविर के लिए विभिन्न एनजीओ से आवेदन किया गया है.