आसनसोल : आसनसोल रेल मंडल के रेलवे सुरक्षा बल (रेसुब) ने देवघर में लगनेवाले श्रावणी मेले में शामिल होनेवाले रेल यात्रियों की सुरक्षा के लिए तैयारियों को अंतिम रुप दे दिया है. रेलवे स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये जा रहे हैं ताकि रेलवे परिसर में निगरानी की जा सके.
आसनसोल मंडल के वरिष्ठ सुरक्षा आयुक्त अमरेश कुमार ने बताया कि 22 जुलाई से आरंभ हो रहे श्रावणी मेले में रेसुब के 125 अतिरिक्त ऑफिसर व जवानों की तैनाती की जा रही है. जबकि वहां पहले से 75 ऑफिसर एंड स्टॉफ मौजूद है. जसीडीह स्टेशन में 19 सीसीटीवी कैमरे भाड़े पर लेकर लगाये जा रहे है.
इसके साथ 10 महिला कांस्टेबल भी तैनात होंगे. दो डॉक स्क्वायड दस्ते भी वहां रहेंगे, जो समय–समय पर जायजा लेंगे.10 लाउड हैलर अतिरिक्त लगाये जा रहे है, जबकि पांच पहले से है. उन्होंने बताया कि अधिक से अधिक सुरक्षा अधिकारियों को वॉकी–टॉकी उपलब्ध करायी जायेगी. ताकि एक–दूसरे से संपर्क स्थापित करने में असुविधा न हो.
श्री कुमार के अनुसार मेले के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ काफी अधिक होती है, जिसका लाभ उठाकर आसमाजिक तत्व अपना कार्य कर जाते है, साथ ही दुर्घटना की आशंका भी बढ़ जाती है. इस तरह की गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त संख्या में सुरक्षा कर्मी को पूरी व्यवस्थित होकर कार्य करने होते है. भीड़ के कारण टिकट जांच कर्मचारियों को भी भारी परेशानी का सामना करना होता है, इसलिए उन्हें भी सुरक्षा मुहैया करायी जायेगी.
आठ जुलाई को उन्होंने जसीडीह जाकर स्थिति का जायजा लिया था. उन्होंने जिला प्रशासन से इस संबंध में बात भी की है. उन्होंने बताया कि वे जल्द ही इस संबंध में एक और बैठक जिला पुलिस अधीक्षक व धनबाद एसआरपी से करेंगे. जरूरी नंबरों की सूची स्टेशन पर लगायी जायेगी, ताकि आवश्कता पड़ने पर यात्री संबंधित विभाग के अधिकारी से संपर्क कर सके.
उन्होंने कहा कि मेले के दौरान स्टेशनों पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए तीन तरह के एनाउंसमेंट कराये जायेंगे. जिसमें पहले किसी का दिया या किसी से लेकर कुछ न खाये, अटैची लिफ्टर से सावधान व लावारिस वस्तु को हाथ न लगाये. तत्काल इसकी जानकारी रेसुब को दे.
ट्रेनों के प्लेटफॉर्म में अचानक बदलाव से होने वाली भगदड़ व असुविधाओं को रोकने के लिए विशेष निर्देश जारी किये गये है, जिसके तहत किसी भी ट्रेन के आगमन के दो घंटे पहले ही निर्धारित प्लेटफॉर्म की घोषणा कर दी जायेगी, जिसे ट्रेन आने तक परिवर्तित नहीं किया जायेगा. ट्रेनों के ठहराव के समय में भी वृद्धि की जायेगी, जिससे यात्रियों को ट्रेन से उतरने व चढ़ने में असुविधा न हो.
इसके साथ स्टेशन पर तैनात जवानों को यह निर्देश दिया गया है कि श्रद्धालुओं से बेहतर व्यवहार रखे व उनका सहयोग करे. श्रद्धालुओं की सुरक्षा में तैनात रेसुब के जवानों के ठहरने के लिए जसीडीह में दो, देवघर में एक व बासकीनाथ में एक कोच की व्यवस्था की जायेगी, इसके साथ ही कुछ अन्य ठिकानों की भी व्यवस्था की गयी है. श्री कुमार ने बताया कि इन सभी तैयारियां एक सप्ताह में पूरी कर ली जायेगी.