सिलीगुड़ी: बंग्लादेश की मुन्नी अख्तर अपनी आबरू बचा कर दिल्ली से किसी तरह सिलीगुड़ी पहुंची. मुन्नी को उसके मित्र खुखुमान ने पांच जुलाई को नौकरी का झांसा देकर कोलकाता ले आया. कोलकाता से फिर उसे दिल्ली ले गया. खुखुमान उसे जिस्मफरोशी के धंधे में धकेलना चाहता था. इसका पता चलते ही, वह वहां से भागने की कोशिश करने लगी.
वही बड़ी मुश्किल से सुबह सिलीगुड़ी, बर्दवान रोड स्थित गोल्डेन प्लाजा के पास पहुंची. उसने कुछ लोगों को अपनी आप बीती बताई. लोगों ने स्वयंसेवी संगठन और पुलिस को जानकारी दी. दार्जिलिंग जिला महिला आयोग की अध्यक्षा ज्योत्सना अग्रवाल ने बताया कि मुन्नी विवाहित है. उसके दो बच्चे है. पति ने दूसरी शादी कर ली. उसे गुजारा भत्ता भी नहीं देता था. वह रोजगार चाहती थी.
उसकी बेबसी का फायदा उठाकर पड़ोसी उसके मित्र ने उसे कोलकाता ले गया. आठ-दस दिनों से कई जगहों पर ले गया. हम पुलिस प्रशासन की सुरक्षा में उसे बंग्लादेश भेज देंगे. सिलीगुड़ी थाना को इस घटना की सूचना दी गयी है.