सिलीगुड़ी: भारत का एक निर्दोष नागरिक 1990 से पाकिस्तान के जेल में घुटन और यातना की जिंदगी जीता रहा.
23 साल के बाद जेल में उसपर आक्रमण किया गया. अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने के लिए. पाकिस्तान, पड़ोसी कहलाने के लायक नहीं. उससे अब संवाद नहीं, उसके किये की सजा मिलनी चाहिए.
यह कहना है राष्ट्रीय शिव सेना के दशरथ कर्मकार का. सरबजीत के मौत से आहत होकर विधान मार्केट के पास शिवसेना समर्थकों ने पाकिस्तान का झंडा जलाया. साथ ही पाकिस्तान के राष्ट्रपति अली अशरफ जरदारी का पुतला फूंका गया. पाकिस्तान की न्याय व्यवस्था के विरोध में नारेबाजी की गयी.