ममता राज में काले हाथी का रंग हुआ हरा
सिलीगुड़ी: चौंकिये मत! यह हकीकत है कि आज दिन में सिलीगुड़ी शहर के एयरव्यू मोड़ पर काले रंग की जगह हरे रंग के एक शावक समेत दो व्यस्क दंतेल हाथी के झूंड को देख शहरवासी आश्चर्यचकित हो गये. इन हाथियों को देखने के लिए एयरव्यू मोड़ पर लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गई. खासकर बच्चों […]
सिलीगुड़ी: चौंकिये मत! यह हकीकत है कि आज दिन में सिलीगुड़ी शहर के एयरव्यू मोड़ पर काले रंग की जगह हरे रंग के एक शावक समेत दो व्यस्क दंतेल हाथी के झूंड को देख शहरवासी आश्चर्यचकित हो गये. इन हाथियों को देखने के लिए एयरव्यू मोड़ पर लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गई. खासकर बच्चों के लिए ये हाथी आकर्षण का केन्द्र बने रहे.
ये तीनों हाथी ही आर्टिफिशियल है. सिलीगुड़ी के सौंदर्यीकरण में और चार चांद लगाने के लिए उत्तर बंगाल विकास मंत्रलय (एनबीडीडी) व सिलीगुड़ी-जपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण (एसजेडीए) के संयुक्त पहल पर एयरव्यू मोड़ के पार्क में फाइबर से बने इन हाथियों को रखा गया है. वहीं मिनी सचिवालय उत्तरकन्या के पार्क में फाइबर से बने दो मयूरों को भी रखा जायेगा. इन वन्य प्राणियों के निर्माण का काम कोलकाता के चर्चित आर्ट कलाकार दीप साह ने किया है. एनबीडीडी के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर विकास मंडल ने कहा कि शहर के सौंदर्यीकरण एवं हरियाली व वन्य प्राणियों के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से एयरव्यू मोड़ पर हाथी तथा उत्तरकन्या में मयूरों को रखा जा रहा है.
हाथियों के रंग हरे किये जाने के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि जंगल बचेंगे, तभी वन्य प्राणी भी बचेंगे. इन दोनों का अभी से ही रक्षा नहीं की गई, तो एक दिन इंसान भी नहीं बचेंगे और यह संसार भी नष्ट हो जायेगा. इन आर्टिफिशियल वन्य प्राणियों की लागत की बात बताने से श्री मंडल ने इंकार कर दिया. इस बाबत एनबीडीडी के संयुक्त सचिव पीटी शेरपा से भी संपर्क करने की काफी कोशिश की गई, लेकिन संपर्क नहीं हो सका.