नील नलिनी में छात्र के साथ रैगिंग, दो छात्र घायल

सिलीगुड़ी: रैगिंग केवल कॉलेज में ही नहीं होता, स्कूल के चाहरदिवारी में ऐसी घटनाओं को अंजाम दिया जाता है. घटना शहर के नील नलिनी स्कूल की है. गुरूवार को टिफीन अवकाश के समय कक्षा ग्यारहवीं और बारहवीं के छात्रों के बीच जमकर मारपीट हुई. कक्षा ग्यारहवीं के सुमन कर्मकार और समीर आर्जी को काफी चोट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 26, 2013 8:15 AM

सिलीगुड़ी: रैगिंग केवल कॉलेज में ही नहीं होता, स्कूल के चाहरदिवारी में ऐसी घटनाओं को अंजाम दिया जाता है. घटना शहर के नील नलिनी स्कूल की है. गुरूवार को टिफीन अवकाश के समय कक्षा ग्यारहवीं और बारहवीं के छात्रों के बीच जमकर मारपीट हुई. कक्षा ग्यारहवीं के सुमन कर्मकार और समीर आर्जी को काफी चोट लगी है. सुमन कर्मकार को बेल्ट से बुरी तरह मारा गया है. पूरे बदन में चोट के निशान है. वहीं समीर के माथे पे चोट आयी. रक्त भी बहा. सुमन ज्योति नगर का रहने वाला है. सुमन के पिता पाइप मिस्त्री है. उन्होंने बताया कि स्कूल काफी नामी था, सो अपने बेटे का दाखिला करवाया.

अभी एक सप्ताह भी नहीं हुआ कि बेटे का अस्पताल में पड़ा देख रहा हूं. मैं काम छोड़कर आया हूं. जिसने ऐसा किया है, वह भी किसी का बेटा होगा. मैं बस यही चाहता हूं कि भविष्य में दुबारा ऐसी घटना न घटे. सुमन ने बताया कि उसे अपने ही कक्षा के बिच्छु नाम से पोपुलर एक सहपाठी ने पीटा है. वह दो बार फेल होकर उसी कक्षा में पढ़ता है. वह जूनियर छात्रों को धमकाता है. इसमे बारहवीं के छात्र भी जुड़े है. सीनियर छात्र अक्सर धमकाते है.

शिकायत करने पर काई कार्रवायी नहीं होती. विद्यालय के प्रधानाध्यापक पार्थो सारथी दास ने बताया कि जब यह घटना घटी उस समय मिड डे मील परोसा जा रहा था. सीनियर छात्रों का टिफीन अवकाश था. हमने जैसे मारपीट की खबर सुनी, जख्मी छात्र को अस्पताल में भर्ती करवाया. शुक्रवार को अभिभावक व शिक्षक को लेकर इस मसले पर बैठक होगी, जो छात्र इस घटना के लिए जिम्मेदार है, उसे कठोर सजा दी जायेगी.

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