सिविक पुलिसकर्मियों ने बनायी दूरी

जलपाईगुड़ी: राज्य सरकार द्वारा जिले के विभिन्न थानों में नियुक्त किये गये सिविक पुलिसों की छंटनी की योजना के खिलाफ जलपाईगुड़ी जिला भाजपा आंदोलन शुरू करने जा रही है. जिला भाजपा की ओर से आने वाले 14 फरवरी को मालबाजार में एक जनसभा का आयोजन कर राज्य सरकार के इस निर्णय का विरोध किया जायेगा. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 5, 2015 7:16 AM

जलपाईगुड़ी: राज्य सरकार द्वारा जिले के विभिन्न थानों में नियुक्त किये गये सिविक पुलिसों की छंटनी की योजना के खिलाफ जलपाईगुड़ी जिला भाजपा आंदोलन शुरू करने जा रही है. जिला भाजपा की ओर से आने वाले 14 फरवरी को मालबाजार में एक जनसभा का आयोजन कर राज्य सरकार के इस निर्णय का विरोध किया जायेगा. जिला भाजपा की ओर से दीपेन प्रामाणिक ने बता कि भाजपा के आंदोलन में अगर सिविक पुलिस शामिल होना चाहे तो राजनीतिक स्तर पर पूरी तरह से मदद की जायेगी.

उन्होंने बताया कि सिविक पुलिस के साथ हुए समझौते का पुनर्नवीकरण नहीं किया जा रहा है और ऊपर से उनकी छंटनी के बारे में सोचा जा रहा है. जानकारी के अनुसार, जलपाईगुड़ी सदर थाना व मानिकगंज आउटपोस्ट मिला कर 509 सिविक पुलिस कार्यरत हैं. इनमें 32 महिला कर्मचारी हैं. सिविक पुलिस के समर्थन में जिला भाजपा की ओर से 14 फरवरी को मालबाजार के दक्षिण बसीरहाट में भाजपा विधायक समीक भट्टाचार्य की मौजूदगी में सभा आयोजित की जायेगी.

वहां अन्य भाजपा नेता भी मौजूद रहेंगे. जनसभा के दौरान राज्य सरकार की भ्रष्ट नीतियों को सार्वजनिक किया जायेगा. साथ ही इस सभा के दौरान चाय बागानों की समस्या, चाय श्रमिकों की मजदूरी समझौता व सिविक पुलिस का मुद्दा भी उठाया जायेगा. जिला भाजपा अध्यक्ष दीपेन प्रामाणिक ने बताया कि राज्य सरकार ने राज्य के प्रत्येक थाने में सिविक पुलिस की नियुक्ति की है और अब उनके वेतन समझौते के पुन: नवीकरण के समय बहानाबाजी कर रही है. श्री प्रामाणिक ने यह भी कहा कि सिविक पुलिस नियुक्ति राज्य सरकार की एक जल्दबाजी में लिया गया फैसला था. जिसका खामियाजा सिविक पुलिस कर्मचारी भुगत रहे हैं.

दूसरी ओर जलपाईगुड़ी कोतवाली थाना के सिविक पुलिस आनंद राय ने बताया कि वर्ष 2013 में उन्हें नियुक्त किया गया था. छह महीने केअंतर पर करार का पुनर्नवकीरण किया जाता है, लेकिन इस बार छह महीने पार हो गये, लेकिन नये सिरे से कोई करार नहीं किया गया. दो महीने से उन्हें काम नहीं दिये गये. हालांकि अब वे आंदोलन के लिए राजी नहीं है. आनंद राय ने बताया कि पहले जिला पुलिस अधीक्षक व अन्य पुलिस अधिकारियों के साथ बातचीत करेंगे और उसके बाद ही सभी सिविक पुलिस कर्मचारी आंदोलन के बारे में फैसला लेंगे. फिलहाल वे लोग भाजपा के आंदोलन में शामिल नहीं होंगे.

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