मियां-बीवी राजी तो क्या करेगा काजी

बांकुड़ा : बांकुड़ा शहर के केठारडांगा स्थित विवेकानंद पल्ली आश्रम पाड़ा के एक होम में रह रही एक युवती देविका दिगर का विवाह प्रशासन ने संशोधनागार में रह रहे उसके प्रेमी अमल आड़ी से कराया. विवाह का आयोजन नेताजी यूथ क्लब व पाठागार के सहयोग से किया गया. मौके पर जिला शासक, जिला पुलिस अधीक्षक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 12, 2013 12:27 AM

बांकुड़ा : बांकुड़ा शहर के केठारडांगा स्थित विवेकानंद पल्ली आश्रम पाड़ा के एक होम में रह रही एक युवती देविका दिगर का विवाह प्रशासन ने संशोधनागार में रह रहे उसके प्रेमी अमल आड़ी से कराया. विवाह का आयोजन नेताजी यूथ क्लब पाठागार के सहयोग से किया गया.

मौके पर जिला शासक, जिला पुलिस अधीक्षक समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारी सरकार के प्रतिनिधि उपस्थित थे. विवाह की अनुमति बांकुड़ा चाइल्ड वेलफेयर कमेटी द्वारा दी गयी थी. दोनों के बालिग होने पर ही यह अनुमति दी गयी. जानकारी के अनुसार अमल आड़ी का जीवन संशोधनागार तथा देविका दिगर होम में दिन बिता रही थी. पुलिस सूत्रों के अनुसार एक वर्ष पहले देविका एवं अमल में प्रेम हुआ.

दोनों शादी करने के इच्छुक थे.

देविका के घरवाले उसकी विवाह कहीं और कराना चाह रहे थे, लेकिन देविका सिर्फ अमल से शादी करना चाहती थी. घरवाले नहीं माने तो देविका अमल के साथ भागने को राजी हो गयी. इसके बाद देविका के घरवालों ने अमल के खिलाफ पुलिस में शिकायत कर दी, जिससे उसे और उसके पिता को गिरफफ्तार कर जेल भेज दिया गया. मालूम हो कि घटना के समय दोनों नाबालिग थे.

इसलिए युवक को संशोधनागार युवती को होम भेज दिया गया और फिर जब दोनों बालिग हो गये तो विवाह की इच्छा जाहिर की, जिसमें प्रशासन ने साथ दिया और दोनों वैदिक रीति रिवाज से दोनों को विवाह करा दिया. मौके पर जिला शासक विजय भारती, जिला पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार, परिणदीय सचिव अरुप खां, जिला चाइल्ड प्रोजेक्शन अधिकारी पार्थो प्रतीम मंडल, जिला परिषद के नवनिर्वाचित सदस्य अरूप चक्रवर्ती एवं नपा चेयरपर्सन शंपा दरीपा आदि उपस्थित थे.

जिला पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार ने अपने को लड़की पक्ष का बताया. वहीं जिला शासक ने इस विवाह समारोह में शामिल हो कर खुशी जाहिर की. अमल आडी ने कहा कि वह अपने प्रेमिका एवं जीवन साथी को पाकर बहुत खुशी है.

इस बारे में नेताजी यूथ क्लब एवं पाठागार के महासचिव सत्येंद्रनाथ सामंत का कहना है कि उनके यहां से पहली बार विवाह का आयोजन हुआ है एवं वर्तमान में होम में 58 लड़कियां तथा 42 लड़के है.

Next Article

Exit mobile version