हिंदी समाज की तसवीर बदलने की चुनौती नयी पीढ़ी पर
आसनसोल : बर्दवान विश्वविद्यालय की वर्ष 2013 की परीक्षा में हिंदी ऑनर्स में प्रथम श्रेणी हासिल करनेवाले आसनसोल व दुर्गापुर महकमा के आठ कॉलेजों के 68 सफल छात्र–छात्राओं को हिंदी माध्यम शिक्षा विकास मंच ने रविवार को नगर निगम के एक्सक्यूटिव हॉल में सम्मानित किया. समारोह की अध्यक्षता पूर्व सांसद सह मंच के संरक्षक आरसी […]
आसनसोल : बर्दवान विश्वविद्यालय की वर्ष 2013 की परीक्षा में हिंदी ऑनर्स में प्रथम श्रेणी हासिल करनेवाले आसनसोल व दुर्गापुर महकमा के आठ कॉलेजों के 68 सफल छात्र–छात्राओं को हिंदी माध्यम शिक्षा विकास मंच ने रविवार को नगर निगम के एक्सक्यूटिव हॉल में सम्मानित किया.
समारोह की अध्यक्षता पूर्व सांसद सह मंच के संरक्षक आरसी सिंह तथा संचालन मंच के संयोजक व बीबी कॉलेज के हिंदी विभाग के शिक्षक डॉ अरुण पांडेय ने किया. विभिन्न क्षेत्रों से शामिल हुये विशिष्ट प्रतिनिधियों ने भावी दायित्वों व चुनौतियों से उन्हें अवगत कराया.
मंच के संरक्षक व निगम के चेयरमैन जितेंद्र तिवारी ने कहा कि पूर्वी राज्यों में हिंदी भाषियों की पहचान श्रम से जुड़े तबके के रुप में रही है और इसी कारण वे उपेक्षित भी रहे हैं. सम्मानित होनेवाले छात्र–छात्राओं के समक्ष यह महत्वपूर्ण चुनौती है कि वे इस पहचान को बदलें तथा ज्ञान, प्रज्ञा, विकास सहित विभिन्न क्षेत्रों में हिंदीभाषियों की विशिष्ट पहचान बनायें.
इन्हें अपने माता–पिता व परिवार के दायित्वों के निर्वाह के साथ ही साथ हिंदी समाज के दायित्वों का भी निर्वाह करना होगा. मंच संरक्षक व टीडीबी कॉलेज के पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ आरपी मिश्र ने कहा कि इस उपलब्धि के सम्मान से अंहकार के बजाय दायित्वबोध का विकास होना चाहिए. अहंकार विनाश का रास्ता खोलता है. बेहतर प्रदर्शन के बाद प्रतिस्पर्धा और भी कठिन हो जाता है.
मंच संरक्षक व फॉस्बेक्की के कार्यकारी अध्यक्ष आरपी खेतान ने कहा कि हर क्षेत्र में हिंदी भाषियों के समक्ष जो चुनौतियां हैं, उन्हें काफी संजीदगी से निपटने की जरूरत है. इस दिशा में निरन्तर प्रयास की जरूरत है.
मंच संरक्षक व विद्यासागर विश्वविद्यालय (पूर्व मेदिनीपुर) के हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ दामोदर मिश्र ने कहा कि बंगाल की भूमि ही हिंदी के विकास व विस्तार में निर्णायक रही है. हिंदी का पहला अखबार तथा हिंदी में ऑनर्स की पहली पढ़ाई कोलकाता में ही शुरू हुई. दुर्गापुर के किसी भी कॉलेज में हिंदी में ऑनर्स की पढ़ाई न होना चिंतनीय है.
मंच संरक्षक व रानीगंज चेंबर ऑफ कॉमर्स के प्रवक्ता कन्हैया सिंह ने कहा कि इस विषय में छात्राओं की उपलब्धि को देखते हुये नारी सशक्तिकरण पर जोर देना चाहिए. फॉस्बेक्की के सलाहकार आरएन यादव ने कहा कि छात्र जीवन में समय का काफी महत्व है तथा इसे गंभीरता से लेना चाहिए. बीता समय कभी वापस नहीं आता.
आसनसोल बाजार व्यवसायी समिति के अध्यक्ष राम अवतार चोखानी ने कहा कि छात्रों को हमेशा बेहतर से बेहतर प्रदर्शन करने का संकल्प लेना चाहिए. उनकी सफलता से ही परिवार व क्षेत्र का मान–सम्मान बढ़ेगा.
बीसी कॉलेज के हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ विजय नारायण ने कहा कि सफल परीक्षार्थियों में 90 फीसदी छात्राएं हैं. हमेशा से परम्परा व संस्कृति की रक्षा नारियों ने की है. यह रिजल्ट बदलते समाज का प्रतिबिम्ब है.छात्राओं की सफलता हिंदी समाज के नये रुप का दरवाजा खोल रही है. परिवर्त्तन के लिए नयी फौज आ रही है.
काजी नजरूल इस्लाम महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ संत राम ने कहा कि हिंदी भाषी छात्र–छात्राओं में काफी प्रतिभा है. लेकिन उन्हें उभरने का माहौल नहीं मिल पाता है. सांस्कृतिक क्षेत्र में मौजूद चुनौतियों के सामने नयी पीढ़ी पूरी तरह से सफल होगी. उन्हें मार्गदर्शन करने की जरुरत है.
अध्यक्षता कर रहे श्री सिंह ने कहा कि हिंदी के क्षेत्र में काफी कार्य हो रहा है. पिछले दो वर्षो से बीबी कॉलेज में स्नातकोत्तर की पढ़ाई शुरू किये जाने के मुद्दे पर चल रहे आंदोलन को नया मुकाम मिलनेवाला है. इसमें विभिन्न कॉलेजों के शिक्षकों, छात्र–छात्राओं, व्यवसायियों तथा मेयर तापस बनर्जी का सहयोग मिला तथा मंत्री मलय घटक की निर्णायक भूमिका रही है.
उन्होंने कहा कि 16 अगस्त को बर्दवान में इसके लिए काउंसिलिंग होगी और 18 छात्रों का नामांकन मेरिट पैनल के आधार पर होगा. शेष 12 सीटों पर नामांकन लिखित परीक्षा के आधार पर होगा. उन्होंने कहा कि आनेवाले समय में और भी कई चुनौतियां सामने आयेगी.
समारोह के दूसरे चरण में मंचासीन वक्ताओं के साथ–साथ कथाकार सृंजय, फॉसबेक्की के महासचिव सुब्रतो दत्त, पार्षद कविता यादव, मानकर कॉलेज के शिक्षक मकेश्वर रजक, मंच की संयोजक व टीडीबी कॉलेज की शिक्षिका मीना सिंह, मंच संयोजक व शिक्षक मनोज यादव, शिक्षक महेंद्र प्रसाद कुशवाहा, शिक्षक उदित नारायण, मंच संयोजक व शिक्षक अनिल कुमार मिश्र, शिक्षक असोक कुमार, खांद्रा कॉलेज की शिक्षिका रुपम झा, बीबी कॉलेज के शिक्षक डॉ राजेंद्र शर्मा, लायन्स क्लब के सदस्य मनोहर भाई पटेल तथा एसएन दारूका ने भी सफल छात्र–छात्राओं को प्रशस्ति पत्र, पुष्प व मिठाई देकर सम्मानित किया.