मनाया जा रहा फाग महोत्सव

सिलीगुड़ी: होली के मात्र तीन दिन शेष बचे हैं. इन दिनों सिलीगुड़ी की फिजां में फाग के गीतों की बयार बह रही है. मारवाड़ी समुदाय के युवकों द्वारा गठित आरसी पार्टी एंड ग्रुप की रंग रसिया टोली शिवरात्रि के बाद से ही शहर में धमाल मचाये हुए है. यह टोली हर रात शहर के गल्ला […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 3, 2015 7:21 AM

सिलीगुड़ी: होली के मात्र तीन दिन शेष बचे हैं. इन दिनों सिलीगुड़ी की फिजां में फाग के गीतों की बयार बह रही है. मारवाड़ी समुदाय के युवकों द्वारा गठित आरसी पार्टी एंड ग्रुप की रंग रसिया टोली शिवरात्रि के बाद से ही शहर में धमाल मचाये हुए है.

यह टोली हर रात शहर के गल्ला मंडी खालपाड़ा, नया बाजार, नेहरु रोड, मिलन पल्ली इलाकों में घुम-घुम कर होली के फाग गीतों से माहौल को सराबोर कर रहे हैं. रंग रसिया टोली डफली (चंग), बंशी व करताल की धुन पर राजस्थानी गीतों का ऐसा समां बांधे हुए हैं कि श्रोता खुद थिरकने को मजबूर हो उठते हैं. होलिया में उड़रे गुलाल, लाइज्यो मंगेतर न.., राजा बल क दरबार म मची रे होली.., मेलो फागुन को.., बंशी जोर की बजाई रे नंद लाला.., धिर स रंगवा डालु रे देवरा.., रंग बरसे भिंगे चुनड़वाली.. जैसे राजस्थानी व फिल्मी तजरे पर आधारित होली के फाग गीतों का देर रात तक लोग आनंद उठा रहे हैं.

नया बाजार इलाके में वर्षो से चली आ रही इस रस्म को रंग रसिया टोली के राम चंद्र राजपुरोहित उर्फ आरसी, नीरज प्रजापति, प्रेम जाठ, रवि शर्मा, आशीष शर्मा व अन्य युवक आज भी बरकरार रखे हैं. आरसी ने बताया कि मारवाड़ी समाज में यह रस्म शिवरात्रि से ही शुरु हो जाती है जो रंग खेला के दिन तक जारी रहती है. नीरज ने बताया कि लोगों के बुलावे पर हम उनके घर पर जाकर भी फाग की धमाल मचाते है. कल यानि रविवार की रात को समाजसेवी सुशील तापड़िया के बुलावे पर मिलन पल्ली स्थित उनके निवास पर फाग उत्सव मनाया गया.

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