सिलीगुड़ी: राज्य के चाय बागानों में कार्य कर रहे चाय श्रमिकों की न्यूनतम मजदूरी तय करने को लेकर गठित कमेटी की पहली बैठक कल मिनी सचिवालय उत्तरकन्या में हो रही है.यह एक तरह से त्रिपक्षिय बैठक होगी. सेामवार को होने वाली त्रिपक्षीय बैठक के पहले चाय बागान श्रमिकों के 24 यूनियनों को लेकर गठित ज्वाइंट फोरम ने आज एक महत्वपूर्ण बैठक की. इस बैठक में सोमवार की त्रिपक्षीय बैठक को लेकर रणनीति तय की गयी.इस बैठक में श्रमिक, मालिक व सरकार पक्ष की ओर से कुल 30 प्रतिनिधि शामिल रहेंगे. हर पक्ष की ओर से 10-10 प्रतिनिधि रहेंगे.
त्रिपक्षीय बैठक में प्रत्येक चाय श्रमिक के तीन सदस्यीय परिवार में खाने का खर्च, राशन, इंधन, घर, शिक्षा व अन्य खर्चो के आधार पर न्यूनतम वेतन तय किया जायेगा. चाय श्रमिकों के वेतन समझौते को लेकर होने वाली त्रिपक्षीय बैठक के संबंध में माकपा नेता समन पाठक ने बताया कि चाय श्रमिकों की न्यूनतम मजदूरी पर फैसला एक साल के अंदर ही हो जाना चाहिए. इस मुद्दे को वह बैठक में रखेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि चाय श्रमिकों की मजदूरी तीन साल में 37 रुपये बढ़ाने तथा न्यूनतम मजूदरी निर्धारित करने के लिए कमेटी का गठन करने का निर्णय भी एक बड़ी उपलब्धि है. संयुक्त फोरम के आंदोलन का ही असर है कि सरकार ने इस दिशा में पहल की है. उल्लेखनीय है कि, चाय श्रमिकों के लंबे इंतजार की घड़ी खत्म हुई.
सोमवार को सिलीगुड़ी के निकट उत्तरकन्या में चाय श्रमिकों के वेतन समझौते को लेकर त्रिपक्षीय बैठक होने जा रही है. इस खबर से चाय बागानों में खुशी का माहौल है. राज्य सरकार की इस पहल की चाय बागान के लोगों ने सराहना की है. इस बैठक को लेकर चाय श्रमिक, मालिक प्रबंधन से लेकर सरकार पक्ष सभी तत्पर नजर आ रहे हैं. त्रिपक्षीय बैठक में शामिल होने वाले प्रतिनिधियों के नामों की सूची राज्य सरकार ने पहले ही जारी कर दी है.