सिलीगुड़ी: डेंगू पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन प्रशासन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया. डेंगू से लिंबू बस्ती की रौशनी माझी (16 ) की मौत हो गयी. पिछले तीन दिनों से वह उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में जीवन और मौत से जूझ रही थी. अस्पताल ने अंत में हाथ खड़ा कर दिया और कहा कि इसे किसी निजी अस्पताल में भरती कराया जाये.
उत्तरायण स्थित एक निजी अस्पताल में उसे भरती कराया गया. लेकिन रौशनी की मौत हो गयी. रौशनी की मौत के संबंध में सिलीगुड़ी के विधायक व नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल, रोगी कल्याण विभाग के अध्यक्ष डॉ रूद्रनाथ भट्टाचार्य ने कहा कि सरकारी स्वास्थय विभाग डेंगू के प्रति सचेत है.
पिछले दिनों नगर निगम में इसके लिए विशेष बैठक भी बुलायी गयी. सरकार के अलावा निजी स्तर पर भी सचेत होने की जरूरत है. घर में जमा पानी न रहने दें. क्वाइल के जगह मच्छरदानी लगा कर सोयें.