शहर में निकाली गयी रैली

सिलीगुड़ी: संतोषीनगर वासी पिछले 40 वर्ष से रहे रहें है. लेकिन प्रशासन ने उन्हें पट्टा या लीज मुहैया नहीं करवाया. जबकि शरणार्थी बंग्लादेशियों को पहले पट्टा मिल गया. प्रशासन से यह सौतला व्यवहार हिंदी भाषी लंबे समय झेल रहें है. कई बार आंदोलन किया. अंत में संतोषी नगर पट्टा संग्राम मोरचा नाम से वें सड़क […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 3, 2013 7:24 AM

सिलीगुड़ी: संतोषीनगर वासी पिछले 40 वर्ष से रहे रहें है. लेकिन प्रशासन ने उन्हें पट्टा या लीज मुहैया नहीं करवाया. जबकि शरणार्थी बंग्लादेशियों को पहले पट्टा मिल गया. प्रशासन से यह सौतला व्यवहार हिंदी भाषी लंबे समय झेल रहें है.

कई बार आंदोलन किया. अंत में संतोषी नगर पट्टा संग्राम मोरचा नाम से वें सड़क पर उतर पड़े अपने अस्तित्व की लड़ाई के लिए. उल्लेखनीय है कि सोमवार को इस बैनर तले शहर में विशाल रैली निकाली गयी. मोरचा के संयोजक राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि संतोषी नगर के 500 परिवारों को पट्टा नहीं मिला है. हमने कौन सा अपराध किया है, पता नहीं. यदि प्रशासन ने हमें तत्काल पट्टा नहीं दिया तो हम वृहत्तर आंदोलन पर उतरने के लिए मजबूर हो जायेंगे.

हाथों में बैनर लिए‘ पट्टा हमारा गणतांत्रिक अधिकार है’ जैसे स्लोगन से सड़क गूंज रहा था. रैली का शुभारंभ संतोषी मंदिर से शुरू होकर वर्दवान रोड, एयरव्यू मोड़, हिलकार्ट रोड, हाशमी चौक, सदर होस्पिटल से होकर एडीएम पहुंचकर अंत में पट्टा की मांग को लेकर एडीएम को ज्ञापन सौंपा. रैली में धनंजय गुप्ता, राजेश राय सहित विभिन्न सदस्यों ने अपना योगदान दिया.

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