सुसाइड नोट में किया यौन शोषण होने का जिक्र
सिलीगुड़ी : कला का मंदिर (‘नॉर्थ बंगाल आर्ट एकेडमी, हाकीमपाड़ा) की शिक्षिका, प्रियंका राय घोष को पिछले तीन माह से यौन शोषण किया जा रहा था. अंत में उसने पिछले रविवार को फांसी पर झूल गयी. सबको लगा कि यह आत्महत्या है.
लेकिन बुधवार को लेकटाउन स्थित उसके मायके में तकिया के खोल में 13 पन्नों का सुसाइड नोट पढ़कर सबका दिमाग चकरा गया कि इस शिक्षिका ने मानसिक व शारीरिक रूप से कितने सितम झेले है. कितना संघर्ष किया. और क्यों मौत का रास्ता चूना!
प्रियंका ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि उसे नॉर्थ बंगाल आर्ट एकेडमी के निदेशक सोमेश घोष उसका यौन शोषण कर रहे है.
उसने कई बार विरोध किया. समेश की पत्नी को अपनी आप बीती बतायी, ताकि औरत होकर औरत का वह दर्द समझेगी. लेकिन बातों में तेज सोमेश घोष ने अपनी पत्नी को मना लिया और मुझे ही बदचलन साबित करता रहा. वह कहता उसकी पहुंच मंत्री गौतम देव, पुलिस आयुक्त से लेकर सबसे है. उसने अपना मुंह खोला तो मेरे पति अरिंदम घोष और पूरे परिवार को मौत के घाट उतार देंगे. और मेरा कुछ नहीं होगा.
प्रियंका राय घोष की मां ने बताया कि मुझे संदेह था कि मेरी बेटी आत्महत्या नहीं कर सकती. वह कई दिनों से परेशान थी. अक्सर सोमेश घोष का फोन आता था. वह परेशान हो जाती थी. मेरे बेटी के हत्यारों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए. इस तेरे पóो के सुसाइड नोट में मेरी बेटी की दर्द भरी कहानी है. वहीं शिक्षक दिवस पर अपनी शिक्षिका के इस इस हादसे से छात्र क्षुब्ध है.
उन्हें विश्वास नहीं हो रहा कि इस मंदिर में इतना बड़ा पाप होता था. पुलिस आयुक्त ने कहा कि फिलहाल इस एकेडमी को सील किया गया है. आरोपी फरार है. उसके खिलाफ अरेस्ट वारेंट जारी किया गया है.