प्रदर्शन देख भागीं मेयर

सिलीगुड़ी: जिला तृणमूल कांग्रेस की ओर से 28 अगस्त को मेयर से समय लिया गया था कि छह सितंबर को वे ज्ञापन देंगे.मेयर ने आश्वासन दिया था कि वें इस दिन और इस समय उपस्थित रहेंगी. बकायदा पांच सितंबर को प्रेस-वार्ता के जरिये जिला तृणमूल के महासचिव ने कहा था कि दस सूत्री मांग को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 7, 2013 8:57 AM

सिलीगुड़ी: जिला तृणमूल कांग्रेस की ओर से 28 अगस्त को मेयर से समय लिया गया था कि छह सितंबर को वे ज्ञापन देंगे.मेयर ने आश्वासन दिया था कि वें इस दिन और इस समय उपस्थित रहेंगी. बकायदा पांच सितंबर को प्रेस-वार्ता के जरिये जिला तृणमूल के महासचिव ने कहा था कि दस सूत्री मांग को लेकर हम रैली निकालेंगे और विरोध प्रदर्शन करेंगे.

शुक्रवार को दोहपर 12 बजे एयरव्यू से विशाल रैली निकली. एक बजे सिलीगुड़ी नगर निगम आयीं लेकिन वें कमीश्नर को बिना बताये पलायन कर चुकी थी. जिला सचिव कृष्ण पाल ने बताया कि इतना डरपोक मेयर पूरे भारत में नहीं मिलेगा. उन्होंने यहां तक कहा कि मेयर गंगोत्री दत्ता अपने कार्यालय में है लेकिन आश्चर्य की बात है कि यह जानकारी कमीश्नर को पता नहीं.

सफाई में लापरवाही
तृणमूल के जिला महासचिव व पार्षद कृष्ण चंद्र पाल ने कहा कि शहर में डेंगू से दो मौत हो चुकी है. इसके रोकथाम के लिए पहले ही कार्यवाही करना चाहिए थी. बारिश से पहले नाला और जंगल साफ करना चाहिए था. लेकिन इस मेयर ने कुछ नहीं किया. वर्ष 2012 में राज्य सरकार की ओर से प्रशासनिक भवन के निर्माण के लिए दो करोड़ रूपये का अनुदान दिया गया. लेकिन डेढ़ साल के बाद भी एक ईट भी नहीं जोड़ गया. मेयर हर बजट -सत्र में यह कहना नहीं भूलती कि वें डॉन बास्को स्कूल के पास आधुनिक सुविधा से लैस पीपीपी मॉडल का सुपर हॉस्पिटल तैयार करके देगी. लेकिन चार साल गुजरने के बाद अब तक सुपर हॉस्पिटल नहीं बना. जबकि इसके लिए सारी प्रकिया पूरी की जा चुकी है. उन्होंने आगे बताया कि शहर में बिना बोर्ड बैठक के 12 अवैध भवन का अनुमोदन किया गया.मेयर सहित एमआईसी और कांग्रेस के आलाकमान इस अवैध भवन के अनुमोदन की कमाई खा रहें है.

प्लास्टिक का इस्तेमाल
शहर में प्लाष्टिक का इस्तमाल बंद हो गया था. लेकिन फिर यह चालू हो गया. सब्जी बाजार हो या कपड़ा दुकान हर जगह धड़ल्ले से पोलिथीन का इस्तमाल किया जा रहा है. मातृ सदन में दवाई नहीं है, चिकित्सक नहीं है. बुनियादी व्यवस्था एकदम खराब है. जबकि मेयर गंगोत्री दत्ता का कहना है कि उन्हें किसी विशेष कार्य से बाहर जाना पड़ा.

शिकायत के बिना कार्रवाई
तृणमूल के जिला महासचिव कृष्ण चंद्र पाल ने उपमेयर सविता देवी अग्रवाल पर आरोप लगाया है कि वें बिना शिकायत के भवन निर्माण स्थल पर पहुंच जाती हैं, और उन्हें घर पर आकर डील करने को कहती हैं. पैसा लेकर वह काम करने देती हैं. उनके वार्ड सहित उनका स्वयं के कई भवन अवैध रूप से बनाये जा रहे है. उपमेयर ने कहा कि यह आरोप बेबुनियाद है.

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