सांकतोड़िया : वेस्ट बंगाल पावर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (डब्ल्यूबीपीडीसीएल) समेत विभिन्न बिजली उत्पादक कंपनियों पर इसीएल का 37 सौ करोड़ रुपये बकाया है. इसका प्रभाव कंपनी की वित्तीय स्थिति पर पड़ रहा है.
कंपनी सूत्रों के अनुसार सबसे अधिक 14 सौ करोड़ रुपये डब्ल्यूबीपीडीसीएल के पास बकाया है. इसके बाद 1350 करोड़ एनटीपीएस, 550 करोड़ रुपये डीवीसी के पास बकाया है. यदि यह बकाया रकम कंपनी को मिल जाये तो वित्तीय स्थिति में सुधार हो सकती है. छोटे–बड़े 25 ताप विद्युत केंद्रों को कंपनी प्रति दिन 75 हजार टन कोयले की आपूर्ति की जा रही है.
बारिश का मौसम होने के कारण थोड़ी कमी आयी है. पीक आवर में प्रतिदिन एक लाख टन से अधिक कोयले की आपूर्ति की जाती है. देश की कोयला कंपनियों के पास कोयला रहते हुए विदेशों से कोयला मंगाया जाता है, इस कारण से कोल इंडिया के कोयले की मांग में थोड़ी कमी आयी है.