सिलीगुड़ी: बंगाल दुगरेत्सव के लिए विश्व में प्रसिद्ध है और मुम्बई गणपति पूजा के लिए. लेकिन पिछले दो -चार साल से सिलीगुड़ी मुम्बईया रंग में ढलता जा रहा है. हर गली-चौराहे पर गणपति का भव्य पंडाल. गणपति बप्पा मोरया की गूंज आपको हर जगह सुनायी जा रही है. गणोश उत्सव पर केवल पूजा -पाठ ही नहीं, राष्ट्रीय स्तर के कलाकार भी बुलाये जा रहे है. ये भी उस समय जब पहाड़ के बंद से बाजार में मंदी का माहौल है. व्यवसायी वर्ग आर्थिक संकट को झेल रहे है. ऐसे में कहा जा सकता है मंदी और मंहगाई पर आस्था भारी है.
सोमवार को शहर का दिल हिलकार्ट रोड, विधान मार्केट, वेनश मोड़, खालपाड़, एसएफरोड, सालूगाढ़ा, सेवक रोड, वर्धवान रोड, गुरूंगबस्ती, चंपासारी, रेगुलेटेड मार्केट, एनजेपी, सुभाष पल्ली शहर में चहुंओर गणोश उत्सव पूरे उत्साह के साथ पूजा किया जा रहा है. गणोशोत्सव नौ से 13 सितंबर तक होगा. गणपति को दर्शन के लिए भक्त पूजा-पंडाल पहुंच रहे है. शाम होते ही शहर चमचमाती लाइटों से सजी दिखती है. गणोश उत्सव ने दुर्गापूजा से पहले शहर को पूरा उत्सवी कर दिया है.
रेगुलेटेड मार्केट में गणपति की स्थापना और प्राण -प्रतिष्ठा की गयी. शहर के भजन-मंडली की ओर से भजन संध्या का आयोजन किया गया. वहीं त्रिशक्ति र्स्पोटिंग क्लब की ओर से शाम के समय आरती और प्रसाद वितरण किया गया. विधान मार्केट में बेंत से बना पूजा पंडाल आकर्षण का केंद्र है.