संख्या बढ़े महिला मतदाताओं की

आसनसोल : शिल्पांचल के आसनसोल उत्तर, आसनसोल दक्षिण, जामुड़िया, कुल्टी व बाराबनी विधानसभा क्षेत्रों में महिला वोटरों की संख्या बढ़ाने पर जोर देने समेत वोटर लिस्ट से संबंधित अन्य विषयों पर बुधवार को महकमाशासक अमिताभ दत्त के कार्यालय में सर्वदलीय बैठक हुई. बैठक में तृणमूल कांग्रेस के प्रबोध राय, भारतीय जनता पार्टी के सभापति सिंह, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 11, 2013 11:56 PM

आसनसोल : शिल्पांचल के आसनसोल उत्तर, आसनसोल दक्षिण, जामुड़िया, कुल्टी बाराबनी विधानसभा क्षेत्रों में महिला वोटरों की संख्या बढ़ाने पर जोर देने समेत वोटर लिस्ट से संबंधित अन्य विषयों पर बुधवार को महकमाशासक अमिताभ दत्त के कार्यालय में सर्वदलीय बैठक हुई.

बैठक में तृणमूल कांग्रेस के प्रबोध राय, भारतीय जनता पार्टी के सभापति सिंह, माकपा के प्रदीप मंडल, कांग्रेस के कुर्बान अली, संजीत खान, फारवर्ड ब्लॉक के भवानी आचार्य आदि विभिन्न दलों के प्रतिनिधि मौजूद थे.

तृणमूल कांग्रेस के प्रबोध राय भाजपा के सभापति सिंह ने बताया कि बैठक में कहा गया कि इन पांचों विस क्षेत्र में महिला वोटरों की संख्या काफी कम है. जबकि इन क्षेत्रों में महिलाओं की आबादी अधिक है. ऐसे मामलों में किसी भी तरह से उनकी संख्या बढ़ाने की आवश्यकता है. मौके पर वोटर लिस्ट में नये नामों को जोड़ने, नाम सुधार आदि पर भी चर्चा की गयी. मौके पर राजनीतिक दल प्रतिनिधियों ने कहा कि जिनके पास किसी तरह का कागजात हो, ऐसे में उन्हें वोटर कार्ड बनाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.

ऐसे में उन्हें किसी तरह की सहुलियात मिलती है तो काफी बेहतर होगा. एसडीएम श्री दास ने कहा कि पेन कोर्ड, आधार कार्ड आदि रहने से वोटर कार्ड बन जायेगा और जिनके पास कुछ कागजात नहीं है, उनके लिए उनके पिता, मां आदि का वोटर कार्ड कार्य में लिया जा सकता है.

उन्होंने कहा कि वोटर लिस्ट में अधिक से अधिक नाम जोड़ने के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को कहा गया है.

बैठक में कहा गया कि राजनीति में महिलाओं को भागीदारी पहले से ही काफी कम है. विभिन्न संसदीय निकायों शासी निकायों में उन्हें आरक्षण देने के बाद भी उनकी सक्रियता में अपेक्षित बढ़ोतरी नहीं देखी जा रही है. परिवारों में भी महिला मतदाताओं को विसेष महत्व नहीं दिया जाता है. आमतौर पर पुरुष मतदाता ही इसे अपना दायित्व समझते हैं. इस मानसिकता करो बदलने की जरूरत हैं. इसके लिए समाज के हर तबके को आगे आना होगा तथा महिलाओं को मतदाता बनाने की पहल करनी होगी.

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