आसनसोल : कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) चेयनमैन एस नरसिंह राव और कार्मिक निदेशक आर मोहन दास के साथ केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की नयी दिल्ली में हुई बैठक बेनतीजा रही और यूनियनों ने आगामी 23 सितम्बर से त्रिदिवसीय हड़ताल को स्थगित करने से पूरी तरह से इंकार कर दिया.
गुरुवार को कोलकाता में केंद्रीय श्रमायुक्त के साथ त्रिपक्षीय बैठक तथा आगामी 20 सितम्बर को प्रबंधन के साथ यूनियनों की बैठक होगी.
बैठक में सीआईएल चेयरमैन श्री राव, कार्मिक निदेशक श्री दास, महाप्रबंधक (कार्मिक व औद्योगिक संबंध) भगवान पांडेय तथा यूनियन नेताओं में इंटक के राजेंद्र प्रसाद सिंह, एस क्यू जामा, एटक के आरसी सिंह, बीएमएस के सुरेंद्र कुमार पांडेय, एचएमएस के न्त्थूलाल पांडेय तथा सीटू के डीडी रामानंदन मुख्य रुप से उपस्थित थे. इसमें सरकारी नीतियों यथा कंपनी के पांच फीसदी शेयर बिक्री तथा कंपनी के पुनर्गठन के मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हुई.
मुख्यत: श्रमिकों व कर्मचारियों के मुद्दे पर चर्चा हुई. किसी भी मुद्दे पर निर्णय नहीं हो सका. सभी मुद्दो को आगामी 20 सितम्बर को कोलकाता में होने वाली बैठक के लिए टाल दिया गया. इस कारण यूनियन नेताओं ने हड़ताल पर जाने के निर्णय पर कायम रहने की घोषणा की.
एटक नेता श्री सिंह ने बताया कि यूनियनों ने फीमेल वोलेंटरी रिटायरमेंट का मामला उठाया. प्रबंधन का कहना था कि आमतौर पर महिलाएं नन–प्रोडक्टिव कार्यो से जुड़ी है. उनके स्थान पर पुरुषों की नियुक्ति से कंपनी का मैन पावर बढ़ेगा. फिलहाल कंपनी की नीति मैन पावर में कटौती की है.
इसके बाद भी पूरे मामले की समीक्षा की जायेगी तथा इस पर बाद में निर्णय लिया जायेगा. इसके बाद मेडिकल अनफिट का मुद्दा उटा। इस पर प्रबंधन का तर्क था कि आश्रित को नौकरी देने के लिए कर्मी कई तरह की तिक ड़में करते हैं. इससे कंपनी को काफी परेशानी होती है. इस मुद्दे पर विशेषज्ञों की राय लेने के बाद निर्णय करने को कहा गया.
यूनियन नेताओं ने शैक्षणिक व नियोजन दस्तावेजों में जन्मतिथि व अन्य अंतरों के आधार पर डब्ल्यूसीएल तथा एसइसीएल में बड़ी संख्या में कर्मियों को बर्खास्त करने का मुद्दा उठाया. प्रबंधन से चर्चा के बाद सहमति बनी कि महाप्रबंधक (कार्मिक व औद्योगिक संबंध) इन कंपनियों में जाकर स्थिति की समीक्षा करेंगे तथा सही निर्णय लेंगे.
ठेका श्रमिकों से संशोधित मजदूरी लागू करने के मुद्दे पर प्रबंधन ने कहा कि इसकी मंजूरी दी जा चुकी है. इसके क्रियान्वयन के लिए बोर्ड में विचार कर इसकी अधिसूचना शीघ्र जारी कर दी जायेगी. मृत श्रमिकों के आश्रित को नियोजित करने के बाद अन्य आश्रितों की मेडिकल सेवा का भी मामला उठा. प्रबंधन ने इस दिशा में पहल करने का आश्वासन दिया.
इसीएल व बीसीसीएल में वेतनविहीन शिक्षकों के मुद्दे पर प्रबंधन का तर्क था कि ये शिक्षक कंपनी से नहीं जुड़े हैं. इस स्थिति में इनके वेतन पर विचार का औचित्य नहीं है. मानवीय आधार पर विचार किया जायेगा.
जमीन अधिग्रहण के बाद पुनर्वास संबंधित मुद्दे पर प्रबंधन ने कहा कि इस मुद्दे पर स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में चर्चा होगी. इसके साथ ही रिटायरिंग बेनेफिट कमेटी के सदस्यों की संख्या तीन से बढ़ा कर पांच करने पर सहमति बनी तथा एटक व सीटू को प्रतिनिधित्व देने का निर्णय लिया गया. यूनियनों को सुविधा के मुद्दे पर कॉरपोरेट डायरेक्टर बोर्ड में निर्णय लेने की बात कही गयी.