उन्होंने जैव विविधता दिवस के आयोजन की सार्थकता को रेखांकित करते हुये विद्यार्थी समुदाय से प्रकृति प्रदत्त जैविक उपहारों को सहेज कर रखने का आह्वान किया.इस समारोह के विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रख्यात पर्यावरणविद बिप्लब राय भी उपस्थित थे.
उन्होंने भावी जैव संकट से लोगों को रूबरू करवाया.विज्ञान केंद्र के परियोजना समन्वयक राम स्वरूप ने अपने वक्तव्य मे बताया जैविक विविधता को समिर्पत इस जैव विविधता दिवस मे अगर हम जैव विविधता और पारिस्थितिक संतुलन के संरक्षण हेतु कुछ रचनात्मक पहल कर पाते हैं तो यह प्रयास मानव जाति के इतिहास में स्विर्णम अक्षरों में लिखा जाएगा.इसके साथ ही जैव-विविधता के चिरस्थायी विकास मे भूमिका पर चर्चा की गयी. मानव जाति के अस्तित्व के लिए जैव- विविधता के संरक्षण की आवश्यकता पर चर्चा करते हुये रामस्वरूप ने बताया कि अगर हम आने वाली पीढियों को सुरिक्षत भविष्य देना चाहते हैं तो हमे विकास के आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणकि पहलुओं को समान रूप से महत्व देना होगा.