सिलीगुड़ी: मार्च माह में वर्ष 2013-14 का बजट मेयर ने पेश किया था. उसे ध्वनिमत से पारित किया था. चेयरमैन नांटू पाल ने इस बजट के लिए वोटिंग की थी, इसके कारण यह फेल हो गया था, लेकिन मेयर और कांग्रेस पार्षदों ने ध्वनि मत इसे इसे पारित किया था. सोमवार को जब मेयर मेयर गंगोत्री दत्ता दोपहर दो बजे बजट पेश करने उठीं, तो लगा कि यह वही मार्च माह का फेल बजट है. अभी तक इसके पास-पास का निर्णय होना बाकी है. 25 सितंबर को इस पर चर्चा होगी. बैठक उप मेयर सह चेयरपर्सन सविता देवी अग्रवाल ने किया.
दोपहर ढाई बजे जब कृष्ण चंद पाल ने कहा कि यह बजट तो मार्च में पेश किया गया था, फिर क्यों इसे पेश किया जा रहा है, चेयरपर्सन ने कहा कि बजट बैठक में किसी सवाल का जवाब नहीं दिया जायेगा. आलोचना 25 को होगी. इसके बाद मेयर के विरोध में नारा लगाते हुये सभी तृणमूल पार्षद बाहर हो गये. मेयर गंगोत्री दत्ता ने कहा कि मार्च के बजट को राज्य सरकार ने रद्द कर दिया था.
अत : जब कोई बजट अटक जाता है, तो फिर से कोई नया बजट पेश नहीं किया जाता, उसी बजट को पेश किया जाता है. मार्च माह में 142 करोड़ 32 लाख का बजट पेश किया गया था. यह बजट भी उतने का है. हमने मार्च से लेकर सितंबर तक के खर्चे का भी हिसाब दिया है. इस बजट बैठक में वामफ्रंट पाषर्द शुरू से लेकर अंत तक अच्छे श्रोता का भूमिका में दिखें. विरोधी दल के नेता नरूल इस्लाम ने कहा कि वें इस बजट को पहले देखेंगे, इसके बाद अपनी प्रतिक्रिया देंगे.