चालकों व वाहन मालिकों का हंगामा
सिलीगुड़ी: प्रधान नगर थाना क्षेत्र के एनएच 31 स्थित फ्री किक वेंचर पेट्रोल पंप पर सोमवार की रात तब हंगामा शुरू हुआ जब पंप से डीजल की जगह पानी वाहनों में भर दिया गया. रात को ही चालकों व वाहन के मालिकों ने जम कर हंगामा किया. यहां तक की पेट्रोल पंप पर तोड़फोड़ भी […]
सिलीगुड़ी: प्रधान नगर थाना क्षेत्र के एनएच 31 स्थित फ्री किक वेंचर पेट्रोल पंप पर सोमवार की रात तब हंगामा शुरू हुआ जब पंप से डीजल की जगह पानी वाहनों में भर दिया गया. रात को ही चालकों व वाहन के मालिकों ने जम कर हंगामा किया. यहां तक की पेट्रोल पंप पर तोड़फोड़ भी की गयी. इसकी खबर मिलते ही प्रधान नगर थाने से भारी संख्या में पुलिस मौके पर पहुंची. उसके बाद हंगामा करने वाले शांत हुए.
वहीं दूसरी ओर भारत पेट्रोलियम के अधिकारी पंप पर पहुंच कर पूरे मामले की जांच में जूट गये. यहीं नहीं जितनी गाड़ियों में डीजल की जगह पानी भर दिया गया था. उन्हें पूरे डीजल का पैसा वापस किया गया. साथ गाड़ियों के पंप का भी रिपेयरिंग कराया गया. एनएच 31 पर बहुत सी गाड़ियां बंद पड़ी हुई हैं.
जिनका रिपेयरिंय का काम भारत पेट्रोलियम की ओर से कराया जा रहा हैं. इस घटना के बाद से ही पूरे इलाके में हड़कंप मचा हुआ हैं. पंप पर पुलिस व भारत पेट्रोलियम के अधिकारी जमे हुए हैं. इस संबंध में भारत पेट्रोलियम के एसिस्टेंट मैनेजर सेल्स(रिटेल) सिलीगुड़ी राजीव प्रशांत ने कहा कि इस घटना में ना भारत पेट्रोलियम का दोष है ना ही पेट्रोल पंप के डीलर का. उन्होंने कहा कि सोमवार की रात एक तेल टेंकर डीजल खाली किया हैं.
उसने ही संभवत: डीजल की जगह पानी ला कर पेट्रोल पंप पर खाली करा दिया हैं. और पेट्रोल पंप वालों ने ध्यान नहीं दिया. श्री प्रशांत ने कहा कि इसकी जांच करने के बाद ही पूरा पता चल पायेगा. इस पूरे मामले की जांच की जायेगी. वहीं पेट्रोल पंप फ्री किक वेंचर के डीलर मनीष गौतम ने कहा कि इस के पीछे किसी की साजिश हैं. पंप सही तरीके से चल रहा था. शायद यही वजह है कि कुछ लोगों ने साजिश की होगी. पंप की ओर से किसी प्रकार की लापरवाही नहीं हुई हैं. वहीं वाहन मालिक जीतेन्द्र सिंह के अवाला और वाहन मालिकों ने कहा कि पंप की लापरवाही की वजह से ऐसा मामला सामने आया हैं. उन लोगों का कहना था कि वाहनों में डीजल की जगह पानी भरने की वजह से लाखों रुपये का नुकसान हुआ हैं. वाहनों का पंप व फिल्टर खराब हो गया हैं. जिसे बनाने में हजारों रुपये खर्च आयेंगे. मामले की जांच चल रही है.