विमल गुरुंग के पूर्वोत्तर के उग्रवादी संगठनों से हैं संबंध

अभागोली के महासचिव प्रताप खाती ने लगाया आरोप सिलीगुड़ी : अखिल भारतीय गोरखा लीग के महासचिव प्रताप खाती ने गोजमुमो सुप्रीमो व जीटीए चीफ विमल गुरुंग के साथ-साथ रोशन गिरि और अन्य गोजमुमो नेताओं पर गंभीर आरोप लगाये हैं. प्रताप खाती ने मदन तामांग हत्याकांड में चाजर्शीट दाखिल हो जाने के बाद विमल गुरुंग सहित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 27, 2015 6:43 AM
अभागोली के महासचिव प्रताप खाती ने लगाया आरोप
सिलीगुड़ी : अखिल भारतीय गोरखा लीग के महासचिव प्रताप खाती ने गोजमुमो सुप्रीमो व जीटीए चीफ विमल गुरुंग के साथ-साथ रोशन गिरि और अन्य गोजमुमो नेताओं पर गंभीर आरोप लगाये हैं. प्रताप खाती ने मदन तामांग हत्याकांड में चाजर्शीट दाखिल हो जाने के बाद विमल गुरुंग सहित तमाम आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की भी मांग की है. श्री खाती ने आरोप लगाते हुए कहा है कि विमल गुरुंग तथा रोशन गिरि का संबंध पूवरेत्तर के उग्रवादी संगठन एनएससीएन खापलांग के साथ है.
यही वजह है कि इस संगठन के कई उग्रवादी दाजिर्लिंग व कालिम्पोंग में कई बार आकर रेकी भी कर चुके हैं. उन्होंने एनएससीएन खापलांग के उग्रवादियों को कालिम्पोंग में शरण देने का आरोप भी विमल गुरुंग पर लगाया. श्री खाती ने कहा कि दाजिर्लिंग में दो बार हथियारोंे का बड़ा जखीरा बरामद हो चुका है. गोजमुमो के एक सभासद संजय थुलुंग अब भी इस मामले में फरार चल रहे हैं. पुलिस को हथियार बरामदगी कांड में विमल गुरुंग से भी पूछताछ करनी चाहिए थी. पुलिस ने इस मामले में विमल गुरुंग को बचाने का काम किया. एक बार यदि संजय थुलुंग की गिरफ्तारी हो जाती है, तो सबकुछ स्पष्ट हो जायेगा. संजय थुलुंग कहां फरार है, इसकी जानकारी गोजमुमो नेताओं को है. गोजमुमो नेता लगातार संजय थुलुंग के संपर्क में हैं.
विमल गुरुंग व रोशन गिरि आदि नेताओं से पुलिस सख्ती से पूछताछ करती, तो दाजिर्लिंग हथियार कांड का भी समाधान अब तक हो जाता. श्री खाती ने विमल गुरुंग, विनय तामांग तथा अन्य गोजमुमो नेताओं के दिल्ली दौरे पर भी सवाल उठाया है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि गोजमुमो प्रमुख तथा उनके साथी नेता राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हैं. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अथवा किसी अन्य केन्द्रीय मंत्रियों को विमल गुरुंग से नहीं मिलना चाहिए. इस मुद्दे पर उन्होंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखने की बात भी कही.
गिरफ्तारी जरूर होगी
अभागोली नेता प्रताप खाती ने कहा कि सीबीआइ द्वारा चाजर्शीट दायर किये जाने के बाद विमल गुरुंग व अन्य आरोपी गोजमुमो नेता अपने आप को बचाने के लिए इधर-उधर भाग रहे हैं. वह कभी राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से अपनी जान की भीख मांग रहे हैं, तो कभी केंद्र की भाजपा सरकार के मंत्रियों के दर का चक्कर काट रहे हैं.
वह किसी भी कीमत पर मदन तामांग हत्याकांड मामले में गिरफ्तारी से नहीं बच सकते. तमाम आरोपियों के खिलाफ सीबीआइ ने काफी सबूत जुटाये हैं. इन सबूतों के आधार पर विमल गुरुंग सहित तमाम आरोपी गोजमुमो नेताओं की गिरफ्तारी तय है.
ममता पर लगाया बचाने का आरोप
प्रताप खाती ने राज्य सरकार व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर मदन तामांग हत्याकांड के आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कब की इन आरोपियों की गिरफ्तारी हो जाती. सीआईडी जांच की आड़ में राज्य सरकार ने पूरे मामले की लीपापोती की कोशिश की. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सीबीआइ जांच के बाद उन्हें न्याय मिलने की उम्मीद है. उन्होंने आगे कहा कि यह मामला फिलहाल कलकत्ता हाईकोर्ट के विचाराधीन है. शीघ्र ही इस मामले की सुनवाई होगी और विमल गुरुंग व अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी से उन्हें कोई नहीं बचा सकता.
प्रधानमंत्री से समय नहीं देने की अपील
अभागोली नेता प्रताप खाती ने विमल गुरुंग को मिलने के लिए समय नहीं देने की भी अपील की है. उन्होंने कहा कि विमल गुरुंग मदन तामांग हत्याकांड सहित कई गंभीर आपराधिक मामले में आरोपी हैं. इतना ही नहीं, सीबीआइ उनके खिलाफ चाजर्शीट भी दाखिल कर चुकी है. ऐसे लोगों से प्रधानमंत्री का मिलना, उचित नहीं है.
विमल गुरुंग का है आपराधिक रिकॉर्ड
श्री खाती ने कहा कि विमल गुरुंग का पुराना आपराधिक रिकार्ड रहा है. वह सिर्फ मदन तामांग हत्याकांड में ही नहीं, बल्कि कई अन्य अपराधों के भी आरोपी रहे हैं. उन्होंने विमल गुरुंग तथा गोजमुमो नेताओं के खिलाफ नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) जांच कराने की मांग की. इस मुद्दे पर उन्होंने जो चिट्ठी लिखी है वह शीघ्र ही प्रधानमंत्री को भेजेंगे.
श्री खाती ने कहा कि मदन तामांग हत्याकांड में चाजर्शीट दायर होने के बाद विमल गुरुंग को नैतिकता के आधार पर स्वयं ही जीटीए प्रमुख पद से इस्तीफा दे देना चाहिए था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. दरअसल, विमल गुरुंग तथा गोजमुमो नेताओं में नैतिकता नाम की कोई चीज नहीं है. विमल गुरुंग तथा अन्य आरोपी गोजमुमो नेता अभी भी अपने आप को बचाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं.

Next Article

Exit mobile version