235 एजेंटों ने आवेदन जमा दिया
सिलीगुड़ी: उत्तर बंगाल के सभी चिटफंड कंपनियों का ओररेशन करने के लिए, प्रशासन की निगरानी में शुक्रवार को हिमांचल बिहार में अस्थायी सेल खोला गया. गौरतलब है कि सारधा ग्रुप के खिलाफ आयी अनियमितता के खिलाफ राज्य सरकार की ओर से श्यामल सेन की अगुवायी में एक जांच कमेटी गठित की गयी है. हिमांचल बिहार […]
सिलीगुड़ी: उत्तर बंगाल के सभी चिटफंड कंपनियों का ओररेशन करने के लिए, प्रशासन की निगरानी में शुक्रवार को हिमांचल बिहार में अस्थायी सेल खोला गया. गौरतलब है कि सारधा ग्रुप के खिलाफ आयी अनियमितता के खिलाफ राज्य सरकार की ओर से श्यामल सेन की अगुवायी में एक जांच कमेटी गठित की गयी है.
हिमांचल बिहार में यह शिविर 29 जून तक चलेगी. जिलाधिकारी सौमित्र मोहन ने बताया कि अस्थायी रूप से आवेदन के लिए आठ कांउटर है. आवेदन का अलग -अलग छांटा जा रहा है. सबका विशेष डाटा चाट बनाया जा रहा है.
पुलिस आयुक्त ने बताया कि जांच कि लिए सुदीप्त सेन और देवयानी को बुलाया जायेगा. उनके आने से किसी तरह की परेशानी नहीं होगी. आज पहले दिन केवल एजेंट ने अपनी शिकायत दर्ज की. सुबह नौ बजे से तीन बजे तक 235 शिकायत दर्ज हुई. शिकायतकत्र्ता उत्तर बंगाल के विभिन्न इलाकों से आये थे. मेटलीगंज के निवेशक प्रेमचंद कयाल ने बताया कि मैं मेटलगंज के काली मंदिर में मां की सेवा करता हूं. भक्तों के दान का पैसा करीब पौने तीन लाख रूपया मैंने सारधा में जमा कर दिया. सोचा अच्छे पैसे मिलेंगे, तो मंदिर का और विस्तार करूंगा. मेरी बुद्धि मारी गयी थी. मैं किसी को मुंह नहीं दिखा सकता.
वहीं कूचबिहार के बुंबा चौधरी है, जो पान दुकान चलाते है, उन्होंने तीन लाख रूपया सारधा पर फूंक दिया. यदि सारधा कुछ दिन और चली होती तो उसके मीडिया ग्रुप में एक और नाम जुड़ जाता. सारधा ने सिलीगुड़ी के नेपाली अखबार आज भोली को 65 लाख में खरीदा. घोटाला सामने आने के कारण अखबार चालू नहीं हो पाया.