एक साल बाद भी नहीं आये प्रशिक्षित कुत्ते

लाखों का आवास पड़ा है खाली पुलिसकर्मियों ने किया कब्जा बनाया अपना रैन बसेरा सुरक्षा को भी भारी खतरा मालदा : बन कर तैयार होने के एक साल बाद भी पुलिस के प्रशिक्षित कुत्तों के रहने का आवासन अभी तक चालू नहीं किया गया. फलस्वरुप खोजी कुत्तों के लिए बनाये गये आवासन धीरे धीरे पुलिस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 29, 2015 12:55 AM
लाखों का आवास पड़ा है खाली
पुलिसकर्मियों ने किया कब्जा
बनाया अपना रैन बसेरा
सुरक्षा को भी भारी खतरा
मालदा : बन कर तैयार होने के एक साल बाद भी पुलिस के प्रशिक्षित कुत्तों के रहने का आवासन अभी तक चालू नहीं किया गया. फलस्वरुप खोजी कुत्तों के लिए बनाये गये आवासन धीरे धीरे पुलिस कर्मचारियों के कब्जे में चला जा रहा है.
मालदा पुलिस लाइन के विपरती पुलिस बैरक मे एक सालह पहले आठ घर प्रशिक्षित कुत्तों के लिए बनाया गया था. घर बनने के बाद भी अभी तक इसमें कोई प्रशिक्षित कुत्ते नहीं रखे गये. इन घरों के आसपास पार्थेनियम के जंगल बन गये है. लाखों रुपये खर्च कर पुलिस के प्रशिक्षित कुत्तों के लिये बनाये गये घरों का इस्तेमाल अब कई पुलिस कर्मचारी कर रहे हैं.
जिला पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मालदा में चोरी-डकैती-हत्या जैसी वारदातों पर लगाम लगाने के लिए अपराधियों की शिनाख्त के लिए पुलिस-प्रशासन के पसीने छूट रहे हैं. अपराध पर अंकुश लगाने व पुलिस की मदद के लिए मालदा में प्रशिक्षित कुत्तों का आवासन तैयार किया गया, लेकिन इसमें एक भी पुलिस के प्रशिक्षित कुत्ते नहीं मिलेंगे.
आपातकालीन स्थिति में रेलवे तथा सिलीगुड़ी से प्रशिक्षित कुत्ते लाकर जांच-पड़ताल का काम किया जाता है. ऐसे में जांच के लिए समय की बर्बादी तो होती ही है, ऊपर से प्रशिक्षित कुत्ते नहीं पहुंचने तक पुलिस अधिकारियों को हाथ पर हाथ धरे बैठे रहना पड़ता है. आज मालदा पुलिस लाइन बैरक में बनाये गये प्रशिक्षित कुत्तों के कई घरों तालाबंदी देखी गयी तो कुछ घरों में पुलिस कर्मचारियों को आराम की नींद लेते देखा गया. उल्लेखनीय है कि उत्तर बंगाल का कॉरिडोर मालदा है. इसके अलावा यह बांग्लादेश सीमा से सटा हुआ है. पास में बिहार व झारखंड सीमा भी है.
आपराधिक घटनाओं की जांच के जिला पुलिस को बाहर से प्रशिक्षित कुत्ते लाने पड़ते हैं. इसके अलावा मालदा में विभिन्न समय पर आने वाले वीआइपी से लेकर नेता-मंत्रियों की सुरक्षा में भी प्रशिक्षित कुत्ते का इस्तेमाल महत्वपूर्ण है. इन सारी बातों को ध्यान में रख कर मालदा में पुलिस के प्रशिक्षित कुत्तों के लिए आवास बनावाए गये है.
क्या कहते हैं एसपी
इस बारे में जिला पुलिस अधीक्षक प्रसून बनर्जी ने बताया कि मालदा में पुलिस के प्रशिक्षित कुत्तों के लिए आवासन बन कर तैयार हो गया है. होम डिपार्टमेंट से प्रशिक्षित कुत्ते व उनके ट्रेनर मिलते ही आवासनों को चालू कर दिया जायेगा.
एक सवाल क जवाब में उन्होंने बताया कि पुलिस के प्रशिक्षित कुत्तों के आवासन में कोई पुलिस कर्मचारी रहता है या नहीं इस बारे में उन्हें जानकारी नहीं है. आवासनों के देखरेख व साफ-सफाई के लिए कुछ अस्थायी कर्मचारियों को काम पर रखा गया है.

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