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सिलीगुड़ी सहित पूरे उत्तर बंगाल में आंधी-तूफान के साथ ओलावृष्टि

सिलीगुड़ी/जलपाईगुड़ी : सिलीगुड़ी में सोमवार अपराह्न चार बजे अचानक हुई आंंधी-तूफान के साथ ओलावृष्टि से लोगों ने गरमी की तपिस से राहत महसूस की. दो घंटे तक हुई सावन की झमाझम बारिस से सोमवार को सिलीगुड़ी क ा मौसम सुहाना हो उठा. हांलाकि इस बारिश की वजह से अपराह्न चार बजे ही शहर व आस-पास […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 11, 2015 2:56 AM
सिलीगुड़ी/जलपाईगुड़ी : सिलीगुड़ी में सोमवार अपराह्न चार बजे अचानक हुई आंंधी-तूफान के साथ ओलावृष्टि से लोगों ने गरमी की तपिस से राहत महसूस की. दो घंटे तक हुई सावन की झमाझम बारिस से सोमवार को सिलीगुड़ी क ा मौसम सुहाना हो उठा. हांलाकि इस बारिश की वजह से अपराह्न चार बजे ही शहर व आस-पास के पूरे इलाके में घनघोर अंधेरा छा गया.
तापमान में भी भारी गिरावट देखी गयी. दिन का सर्वाधिक तापमान 33 डिग्री सेल्सियस मापा गया. शाम 04.35 बजे तक पारा लुढ़क कर 27 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया.
दिन में गरमी की भीषण तपीस से लोगों का बुरा हाल था. एक तरफ लोगों को बारिश से जहां राहत मिली वहीं, शाम को स्कूल से घर लौटने वाले स्कूली बच्चों व दफ्तरों के कर्मचारियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. शहर के कई निचले इलाकों में जल जमाव की समस्या भी देखी गयी. मिलनपल्ली के निकट अशोक नगर, संतोषी नगर, शीतलापाड़ा, गंगानगर व अन्य इलाक ों की सड़के पानी से लबालब हो गयी. सिलगुड़ी के सेवक रोड में पानीटंकी के निकट एक पेंड़ के गिर जाने से काफी समय तक यातायात बाधित रही.दूसरी ओर, आज शाम करीब दो घंटे तक जलपाईगुड़ी मंे आंधी-तूफान के साथ लगातार तेज बारिश हुई.
बारिश के चलते एक ओर जहां शहरवासियों को गरमी से राहत मिली है, वही दूसरी ओर धान व पाट किसान भी फसलों के नुकसान होने से बच गये. साथ ही दो घंटे तक लगातार बारिश के चलते शहर के विभिन्न इलाके में पानी जम गया है. दो घंटे में करीब 80 मिमी बारिश हुई है. उल्लेखनीय है कि उत्तर बंगाल में इस वर्ष बेमौसम बारिश खुब हुर्ह, लेकिन मॉनसूनी बारिश की मात्रा में काफी गिरावट आयी है. जून-जुलाई महीने में उत्तर बंगाल में बारिश की मात्रा कम रही. बेमौसम बारिश ने उत्तर बंगाल बाढ़ आयोग के इंजीनियरों को चिंता मंे डाल दिया है. बाढ़ आयोग सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, वर्ष 2013 में जून-जुलाई महीने में जलपाईगुड़ी व अलीपुरद्वार मिला कर 1131 मिमी बारिश हुई थी.
2014 में इन दोनेां जिलों में 462 मिली मीटर बारिश हुई, लेकिन चालू वर्ष जून-जुलाई में बारिश की मात्रा कम होकर 415 मिमी पर आ गयी है. बीते छह सालों के बारिश के आंकड़े बताते है कि उत्तर बंगाल मंे मॉनसूनी बारिश की तुलना में बेमौसम बरसात ज्यादा हुई है. वर्ष 2010 में अलीपुरद्वार व जलपाईगुड़ी जिले में कुल 3585 मिमी बारिश हुई थी. वही 2011 में 3047 मिमी, 2012 में 2954 मिमी, 2013 में 3487 मिमी, 2014 में 3126 मिमी कुल बारिश हुई.
इन पांच सालों में वार्षिक औसतन बारिश 3500 मिमी हुई. इन पांच सालों में जुन-जुलाई के बीचोबीच ही ज्यादातर बारिश हुई थी, लेकिन 2015 में जून-जुलाई में कुल बारिश के आधे यानी मात्र 1129 मिमी बारिश हुई है. इतनी कम बारिश होने के कारण सिंचाई के लिए बैरेज से पानी छोड़ने की नौबत आन पड़ी. उत्तर बंगाल में जून-जुलाई में सूखे के चलते नदियों का जलस्तर कम होना शुरू कर दिया है. माना जा रहा है कि इस बारिश से थोड़ी राहत मिलेगी.

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