पुलिस ने चीनी दूतावास से साधा संपर्क
खुफिया अधिकारियों ने भी की पूछताछ दोनों तस्कर कई बार कर चुके हैं भारत का दौरा सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी के निकट शिवमंदिर में नाका चेकिंग के दौरान चंदन की लकड़ी के साथ कल जिन दो चीनी तस्करों की गिरफ्तारी हुई थी, उसकी विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिए सिलीगुड़ी पुलिस ने नयी दिल्ली स्थित चीनी […]
खुफिया अधिकारियों ने भी की पूछताछ
दोनों तस्कर कई बार कर चुके हैं भारत का दौरा
सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी के निकट शिवमंदिर में नाका चेकिंग के दौरान चंदन की लकड़ी के साथ कल जिन दो चीनी तस्करों की गिरफ्तारी हुई थी, उसकी विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिए सिलीगुड़ी पुलिस ने नयी दिल्ली स्थित चीनी दूतावास से संपर्क किया है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दोनों ही गिरफ्तार तस्कर चीनी भाषा के अलावा और कोई भी भाषा नहीं जानते हैं. जिसकी वजह से पूछताछ के दौरान वह कुछ खास जवाब नहीं दे पा रहे हैं.
आगे की पूछताछ के लिए पुलिस जहां चीनी भाषा के जानकार को यहां बुला रही है, वहीं दूसरी ओर चीनी दूतावास को भी इस संबंध में जानकारी दी जा रही है. कल नाका चेकिंग के दौरान चीन के जिन दो नागरिकों की गिरफ्तारी हुई है उनके नाम चिउ-चिन्हूआ तथा छाइचुंग है तथा दोनों ही चीन के फुजियान प्रांत के निवासी हैं. इन लोगों को करीब 15 लाख रुपये की चंदन लकड़ी के साथ गिरफ्तार किया गया था.
पुलिस सूत्रों ने आगे बताया कि दोनों चीनी नागरिकों के पासपोर्टों की जांच से पता चला है कि वर्ष 2013 से अब तक दोनों कई बार भारत की यात्रा कर चुके हैं. वह दोनों टूरिस्ट वीजा पर भारत आते थे और कुछ दिनों तक रहने के बाद वापस चले जाते थे. नाका चेेकिंग के दौरान भी इन लोगों ने अपने आप को पर्यटक ही बताया था. पुलिस सूत्रों ने आगे बताया कि यह लोग चंदन लकड़ी की तस्करी के सिलसिले में ही भारत आना-जाना करते थे. आगे इनसे पूछताछ की जा रही हैऔर अदालत से रिमांड मिलने के बाद इन दोनों से और अधिक पूछताछ होगी. चूंकि यह मामला एक विदेशी के जुड़े होने का है.
इसकी वजह से खुफिया एजेंसियों की भी सक्रियता बढ़ गई है. सूत्रों ने बताया कि सेना तथा अन्य संबंधित विभागों के खुफिया अधिकारियों द्वारा भी दोनों से पूछताछ की गई है. इस मामले की जानकारी खुफिया विभाग ने केन्द्रीय गृह मंत्रालय को भी दी है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि जब्त चंदन लकडि़यों को नेपाल अथवा सिक्किम के रास्ते तिब्बत ले जाने की योजना थी. तिब्बत में चंदन लकडि़यों की कीमत काफी अधिक है. इस बीच, चंदन लकड़ी की इस तस्करी में किसी स्थानीय गिरोह का भी हाथ है या नहीं, इसकी भी पुलिस जांच कर रही है. पुलिस सूत्रों का मानना है कि बगैर स्थानीय मदद के इस रूट से चंदन की लकड़ी की तस्करी करना संभव नहीं है.
दोनों चीनी नागरिकों से पूछताछ के क्रम में स्थानीय लोगों के जुड़े होने की भी जानकारी प्राप्त की जा रही है. यहां उल्लेखनीय है कि कुछ महीने पहले डुवार्स में वन विभाग तथा एसएसबी ने कार्रवाई कर बड़े पैमाने में चंदन की लकड़ी जब्त की थी. इस मामले में कालचीनी के विधायक विल्सन चप्रामारी के पिता का भी नाम सामने आया था. पुलिस इस कड़ी को भी नजरअंदाज नहीं कर रही है.