उत्तर बंगाल में बंद के दौरान बवाल
सिलीगुड़ी/जलपाईगुड़ी. कांग्रेस की मंगलवार को 12 घंटे की आम हड़ताल का उत्तर बंगाल के विभिन्न जिलों में भारी असर पड़ा.हालांकि इस दौरान कहीं भी किसी प्रकारी की अप्रिय घटना नहीं घटी. बंद के दौरान सरकारी बसें चलीं, लेकिन यात्रियों की संख्या कम थी. सरकारी स्कूल-कॉलेज-ऑफिस खुले रहे. बाजारें बंद थी. रेलवे सेवा स्वाभाविक थी. बंद […]
सिलीगुड़ी/जलपाईगुड़ी. कांग्रेस की मंगलवार को 12 घंटे की आम हड़ताल का उत्तर बंगाल के विभिन्न जिलों में भारी असर पड़ा.हालांकि इस दौरान कहीं भी किसी प्रकारी की अप्रिय घटना नहीं घटी. बंद के दौरान सरकारी बसें चलीं, लेकिन यात्रियों की संख्या कम थी. सरकारी स्कूल-कॉलेज-ऑफिस खुले रहे. बाजारें बंद थी. रेलवे सेवा स्वाभाविक थी.
बंद के दौरान सिलीगुड़ी से 23 बंद समर्थकों, अलीपुरद्वार जिला कांग्रेस के अध्यक्ष विश्वरंजन सरकार समेत आठ बंद समर्थकों, जलपाईगुड़ी जिला कांग्रेस के अध्यक्ष निर्मल घोष दस्तीदार, जिला महासचिव सुभाष बक्सी समेत 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. कहीं कोई अप्रिय घटना नहीं घटी. पुलिस ने सरकारी कार्यालयों के सामने से पिकेटिंग कर रहे बंद समर्थकों को हटा कर कार्यालय खोल दिया था.
इधर, प्रदेश कांग्रेस के सचिव विश्वरंजन सरकार ने दावे के साथ कहा कि पुलिस ने जबरदस्ती बंद को विफल बनाने के लिए बंद समर्थकों को गिरफ्तार किया है. उत्तर बंगाल में बंद के सफल होने का दावा उन्होंने किया है. जलपाईगुड़ी मंे कांग्रेस के 12 घंटे के बंद का मिलाजुला असर देखने को मिला. सुबह से कांग्रेस समर्थकों को जलपाईगुड़ी शहर के पोस्ट ऑफिस मोड़, पीडब्ल्यूडी मोड़, कोर्ट के सामने विरोध प्रदर्शन करते देखा गया. कोर्ट के सामने से जिला कांग्रेस के अध्यक्ष निर्मल घोष दस्तीदार समेत कई को पुलिस ने गिरफ्तार किया. दूसरी ओर, पोस्ट ऑफिस मोड़ से जिला कांग्रेस के अध्यक्ष सुभाष बक्सी को गिरफ्तार किया गया.
जलपाईगुड़ी के राजबाड़ी मंे आयोजित मनसा पूजा व मेले को बंद से परे रखा गया. जिला कांग्रेस के अध्यक्ष निर्मल घोष दस्तीदार ने कहा कि राजबाड़ी के मनसा पूजा का ऐतिहासिक महत्व है. दूर-दराज से भक्त इस पूजा में शामिल होने आते हैं.
भक्तों के हित में मनसा पूजा को बंद से परे रखने का फैसला लिया गया है. उन्होंने बताया कि मनसा पूजा में आने वाले में भक्तों के वाहनों व मेले के दौरान उपयोगी आपातकालीन सेवा जैसे एंबुलेंस, पेयजल आदि वाहनों पर बंद की कोई पाबंदी नहीं थी. उन्होंने आगे कहा कि राज्यभर में व्याप्त भ्रष्टाचार, शिक्षा संस्थानों में भ्रष्टाचार आदि के खिलाफ आज 12 घंटे के आम हड़ताल का आह्वान किया गया है. आम लोगों ने शांतिपूर्ण रूप से बंद का समर्थन किया. आज बंद के दौरान जलपाईगुड़ी शहर में गैर सरकारी बसें नहीं चली. दुकानें कम खुली. स्कूल नहीं खुले. शहर में शांति बनाये रखने के लिए काफी संख्या में पुलिस बल तैनात किये गये.
कालियागंज में बंद शांतिपूर्ण: कांग्रेस द्वारा बुलायी गयी बंद का प्रभाव संपूर्ण जिले में देखा गया. कांग्रेस के गढ़ के रूप में परिचित उत्तर दिनाजपुर जिले में बंद की सफलता ने एक बार फिर कांग्रेस की मजबूत स्थिति को दरशाया है. सत्ताधारी तृणमूल के विरोध के बावजूद जनता ने कांग्रेस का साथ देकर एक बार फिर कांग्रेस को ही उत्तर दिनाजपुर का भाग्यविधाता बनाया. कालियागंज स्थित पोस्ट ऑफिस, एलआईसी ऑफिस, बैंक, स्कूल-कॉलेज सभी बंद रहे. एक्का-दुक्का सरकारी बसों को छोड़कर गैर सरकारी बसें बंद रहीं. हेमताबाद में भी बंद शांतिपूर्ण रहा. रायगंज में भी बंद का पूरा प्रभाव देखा गया. इटाहर में भी बंद शांतिपूर्ण रहा. 7 बंद समर्थकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया. करणदीघी में भी बंद शांतिपूर्ण रहा. दूसरी ओर जिला शासक कार्यालय में कर्मचारियों की उपस्थिति में बंद का कोई प्रभाव नहीं दिखा.
कूचबिहार और दक्षिण दिनाजपुर में भी बंद: उत्तर बंगाल के दो अन्य जिलों कूचबिहार तथा दक्षिण दिनाजपुर जिले में भी बंद का असर देखा गया. दो जिलों पर भी कांग्रेस के बंद का काफी प्रभाव पड़ा. राज्य सरकार के कार्यालय खुले हुए थे, लेकिन दुकानें तथा अन्य कार्यालय पूरी तरह से बंद थी. वाहनों की आवाजाही भी नहीं हो रही थी. सरकारी बसों को छोड़ कर निजी गाडि़यों लगभग नहीं चली. कूचबिहार जिले के माथाभांगा, तूफानगंज, मेखलीगंज आदि महकमों में भी बंद का भारी असर देखा गया.
इन स्थानों पर सुबह कांग्रेस समर्थक झंडा लेकर दुकानों को बंद कराने निकले थे. कई स्थानों पर बंद समर्थक पिकेटिंग करते देखे गये. बाद में पुलिस मौके पर पहुंची और बंद समर्थकों को वहां से हटा दिया. कई बंद समर्थकों को गिरफ्तार भी किया गया है. यही स्थिति दक्षिण दिनाजपुर जिले के सभी शहरों की रही. दक्षिण दिनाजपुर जिले के बालुरघाट, गंगारामपुर, हिली आदि स्थानों पर बंद का अच्छा-खासा असर रहा.