तीन वितरकों ने करीब दो करोड़ रुपये डकारे
मालदा में सामने आया राशन घोटाला खाद्य निरीक्षक ने दर्ज करायी शिकायत तीनों के लाइसेंस जब्त मालदा. चांचल महकमा के तीन राशन वितरकों के खिलाफ करीब दो करोड़ रुपये के खाद्य सामग्री घोटाले का आरोप लगने पर खाद्य विभाग ने इन राशन वितरकों का लाइसेंस रद्द कर दिया है. साथ ही जिला खाद्य निरीक्षक आनंद […]
मालदा में सामने आया राशन घोटाला
खाद्य निरीक्षक ने दर्ज करायी शिकायत
तीनों के लाइसेंस जब्त
मालदा. चांचल महकमा के तीन राशन वितरकों के खिलाफ करीब दो करोड़ रुपये के खाद्य सामग्री घोटाले का आरोप लगने पर खाद्य विभाग ने इन राशन वितरकों का लाइसेंस रद्द कर दिया है. साथ ही जिला खाद्य निरीक्षक आनंद बराइली ने राशन वितरकों के खिलाफ रतुआ थाने में शिकायत भी दर्ज करायी है. शिकायत के आधार पर पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है.
दूसरी ओर, राशन वितरकों का कहना है कि वे निर्दोष हैं, उन्हें षड़यंत्र के तहत फंसाया जा रहा है. जिला खाद्य विभाग सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, खाद्य सुरक्षा परियोजना बीते अगस्त महीने से चालू हुआ है. इसके तहत जून महीने में सभी वितरकों को आवंटित चाल व गेंहू दे दिया गया था. आवंटित खाद्य सामग्री राशन डीलरों के पास आपूर्ति करने की बात थी, लेकिन चांचल महकमा के रतुआ थाना क्षेत्र के तीन राशन वितरक मेसर्स मामचंद अग्रवाल, मेसर्स सीताराम अग्रवाल व मेसर्स एएस ट्रेडर्स ने खाद्य सामग्रियों को राशन डिलरों के पास आपूर्ति नहीं कर बाजार में बेच दिया है.
इन तीनों राशन वितरकों के खिलाफ एक करोड़ 90 लाख रुपये के खाद्य सामग्री घोटाले का आरोप है. इनका लाइसेंस रद्द कर दिया गया है. जिला खाद्य नियामक ने बताया कि 26 जून को कोलकाता के खाद्य भवन के अधिकारी रजु मुखर्जी के नेतृत्व में आरोपी तीन राशन वितरकों के गोदाम में अभियान चलाया गया था.
घोटाला सामने आने के बाद तीनों राशन वितरकों को पहले शोकॉज नोटिस भेजा गया. जवाब में विसंगति पाये जाने पर तीनों को निलंबित कर दिया गया और इनके लाइसें रद्द कर दिये गये. तीनों राशन वितरकों के खिलाफ 14 अगस्त को पुलिस के पास शिकायत दर्ज करायी गयी. दूसरी ओर, आरोपी राशन वितरकों में पवन अग्रवाल ने बताया कि उनके गोदाम में अभी भी सरकार द्वारा आवंटित चावल व गेंहू मौजूद है. फिर भी उनके खिलाफ घोटाले का आरोप लगा कर उन्हें फंसाया जा रहा है.