संकट टला: आज खुलेगी हेस्टिंग्स जूट मिल

हुगली. राज्य के श्रम मंत्री मलय घटक के कार्यालय में हुई त्रिपक्षीय बैठक में आम सहमति से रिसड़ा स्थित हेस्टिंग्स जूट मिल को खोलने का फैसला किया गया. मिल खुलने की खबर से मजदूरों में खुशी की लहर है. उन्होंने पटाखे फोड़े. बैठक में प्रबंधन की और से मिल के मालिक संजय कजोरिया, मिल के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 29, 2015 7:03 AM
हुगली. राज्य के श्रम मंत्री मलय घटक के कार्यालय में हुई त्रिपक्षीय बैठक में आम सहमति से रिसड़ा स्थित हेस्टिंग्स जूट मिल को खोलने का फैसला किया गया. मिल खुलने की खबर से मजदूरों में खुशी की लहर है.

उन्होंने पटाखे फोड़े. बैठक में प्रबंधन की और से मिल के मालिक संजय कजोरिया, मिल के सीइओ कल्याण मित्रा, अबू हसन एवं सुब्रत तोला शामिल हुए, जबकि यूनियनों की और से श्याम गुप्ता, फेकू सिंह, शशि प्रकाश सिंह सहित कुल 11 यूनियनों के प्रतिनिधि मौजूद थे. बैठक में यह तय हुआ कि 29 अगस्त की सुबह मिल खुल जायेगी. साथ ही गेट बाहर किये गये 22 मजदूरों को काम पर वापस लेने की पहल की जायेगी. मिल में उत्पादन शुरू होने पर प्रत्येक मजदूर को 2000 रुपये एडवांस दिये जायेंगे.


यह जूट मिल एक जून से बंद है. इससे मिल के 5000 मजदूर बेरोजगार हो गये थे. 2014 के नवंबर में मिल को तीन शिफ्ट की जगह दो शिफ्ट चलाने को लेकर बवाल हुआ था. मजदूरों ने मिल के मुख्य गेट, डिस्पेंसरी और टाइम ऑफिस में तोड़फोड़ की थी. मिल के तत्कालीन सीइओ शंभु नाथ पाल पर जानलेवा हमला किया गया था. घटना की खबर पाकर अतरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक जोयता बसु के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों पहुच कर स्थिति को नियंत्रित किया था. उसके बाद पुलिस ने धर-पकड़ अभियान चला कर 22 मजदूरों को गिरफ्तार किया था.

उन्हीं 22 मजदूरों को प्रबंधन ने गेट बहार कर दिया था. रिसड़ा नगरपालिका के चेयरमैन व वकील शंकर प्रसाद साव के हस्तक्षेप से उन मजदूरों को जमानत मिली थी, लेकिन प्रबंधन ने उन्हें काम पर लेने से इनकार कर दिया था. उन मजदूरों को काम पर वापस लेने के लिए एक जून से मजदूरों ने हड़ताल शुरू की थी.

प्रबधन की और से मिल में लौट आने की अपील की गयी, लेकिन मजदूर जब नहीं लौटे, तो मिल के गेट को बंद कर दिया गया. कई बार मिल खोलने को लेकर बैठक हुई, पर बात नहीं बनी.
आज खुलेगा वेलिंग्टन जूट मिल का यार्न विभाग
रिसड़ा के बंद पड़ी वेलिंग्टन जूट मिल के यार्न और वेभिंग विभाग को आम सहमति से मिल के गेस्ट हाउस में खोलने का फैसला हो गया. यह जानकारी मिल के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट गोपाल चौधरी ने दी. उन्होंने बताया कि बैठक में उनके अलावा मिल के एमडी एम पुजारा, ग्रुप प्रेसिडेंट बी ठक्कर व मिल की तीन यूनियनों के प्रतिनिधि शामिल थे, जिनमें बीसीएमयू के पांचू गोपाल दास, महेंद्र राय , बबलू दास, इंटक के वीरेंद्र रे, बलराम यादव और एटक के कमल दे सहित कई नेता शामिल थे. बैठक में तय हुआ कि शनिवार से यार्न विभाग में मेंटेनेंस का काम शुरू होगा. उसके दो-चार दिनों बाद वेभिंंग विभाग में काम शुरू होगा. ये दोनों विभाग भी लगभग तीन महीने से बंद थे. इससे लगभग 500 मजदूर बेरोजगार हो गये थे.

Next Article

Exit mobile version