पहाड़ पर नहीं हुआ हड़ताल का असर
दार्जिलिंग : देश व्यापी हड़ताल का असर पहाड़ में देखने को नहीं मिला. माकपा सहित अन्य श्रमिक संगठनों ने महंगाई और अन्य विषयों को लेकर बुधवार को देश व्यापी हड़ताल का आह्वान किया था. पहाड़ के माकपा, क्रामाकपा आदि राजनैतिक पार्टियों ने इसे समर्थन दिया था. जबकि, गोजमुमो और हिल्स तृणमूल कांग्रेस ने बंद का […]
दार्जिलिंग : देश व्यापी हड़ताल का असर पहाड़ में देखने को नहीं मिला. माकपा सहित अन्य श्रमिक संगठनों ने महंगाई और अन्य विषयों को लेकर बुधवार को देश व्यापी हड़ताल का आह्वान किया था. पहाड़ के माकपा, क्रामाकपा आदि राजनैतिक पार्टियों ने इसे समर्थन दिया था. जबकि, गोजमुमो और हिल्स तृणमूल कांग्रेस ने बंद का विरोध किया था.
आज सुबह पहाड़ के माकपा समर्थकों ने शहर के चौक बाजार आदि क्षेत्रों में पार्टी का लाल झंडा हाथों में लेकर बंद के समर्थन में नारेबाजी की. माकपा समर्थकों के नारेबाजी के कारण शहर के दुकानदार यह नहीं समझ पा रहे थे कि दुकान को खोल कर रखें या फिर बंद करें. जैसे ही बंद के समर्थन में नारे लगाने का काम बंद हुआ, सभी दुकानदार अपनी-अपनी दुकानें खोलने लगे.
शहर में शांति सुरक्षा बनाये रखने के लिये पुलिस प्रशासन ने शहर के चौक बाजार आदि क्षेत्रों में सीआरपीएफ के जवानों को तैनात किया गया है. स्थानीय माकपा कार्यालय में पहाड़ के माकपा नेता केबी वातर ने पत्रकारों से कहा कि हड़ताल को सफल बनाने के लिये हम लोगों ने सुबह 5 बजे से 9 बजे तक शहर के विभिन्न स्थानों में रैली एवं पिकेटिंग की गयी.
उन्होंने गोजमुमो द्वारा बंद का विरोध करने पर खेद प्रकट किया. इधर गोजमुमो दार्जिलिंग टाउन कमिटी के अध्यक्ष ऐलेन छेत्री ने बंद को नजरअंदाज करके शहरवासियों ने दुकान आदि खोला इसके लिए उन्होंने आभार प्रकट किया है. श्री छेत्री ने कहा कि बंद से समस्या का समाधान नहीं, बल्कि समस्या और बढ़ेगी.