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कारगिल नगर के नाम पर करोड़ों की हेराफेरी

सिलीगुड़ी. कारगिल युद्ध के बाद देश में सैनिकों के प्रति बढ़े सम्मान के बाद सिलीगुड़ी के कुछ भू-माफियाओं ने पूर्व सैनिकों तथा आम लोगों को चुना लगाने का एक अनोखा तरीका अपनाया. कारगिल नगर कॉलोनी बनाने के नाम पर पूर्व सैनिकों तथा आम लोगों से लाखों रुपये ठग लिये गये. इन सभी लोगों को जमीन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 8, 2015 7:43 AM
सिलीगुड़ी. कारगिल युद्ध के बाद देश में सैनिकों के प्रति बढ़े सम्मान के बाद सिलीगुड़ी के कुछ भू-माफियाओं ने पूर्व सैनिकों तथा आम लोगों को चुना लगाने का एक अनोखा तरीका अपनाया. कारगिल नगर कॉलोनी बनाने के नाम पर पूर्व सैनिकों तथा आम लोगों से लाखों रुपये ठग लिये गये. इन सभी लोगों को जमीन देने की बात कही गयी थी.

तब से लेकर अब तक करीब 10 वर्ष से भी अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन पैसा लगाने वाले किसी भी पूर्व सैनिक या आम लोगों को एक इंच भी जमीन नहीं मिली है. जमीन खरीदने के नाम पर लाखों रुपये गवाने वाले लोग अब जमीन पाने को लेकर दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं. यह आरोप सिलीगुड़ी गोरखा मंच ने लगाया है.


सिलीगुड़ी गोरखा मंच के महासचिव सुरेंद्र प्रधान आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध के बाद बढ़े सम्मान का फायदा उठाते हुए कुछ भू-माफियाओं ने मिल कर वर्ष 2003-04 में पाथरघाटा इलाके में कारगिल नगर कॉलोनी बसाने की बात कही थी. करीब 150 बीघा जमीन पर प्लॉट बना कर भू-माफियाओं ने जमीन बेचने का काम शुरू किया. तब न केवल पूर्व सैनिकों बल्कि आम लोगों ने भी लाखों रुपये लगा कर जमीन खरीदी.

कारगिल नगर कॉलोनी एक्स सर्विसमेन वेलफेयर एसोसिएशन के नाम से भू-माफियाओं ने इतने बड़े गड़बड़ घोटाले को अंजाम दिया है. श्री प्रधान ने कहा कि पूर्व सैनिकों तथा आम लोगों ने दो कट्ठा, तीन कट्ठा अथवा इससे बड़ा प्लॉट लेने के लिए एसोसिएशन के सदस्यों को रुपये दिये. रुपये जमा कराने के कुछ ही दिनों बाद रजिस्ट्री की बात कही गयी थी. तब से लेकर अब तक 10 वर्षों से अधिक का समय बीत चुका है, पैसा जमा देने वालों को न तो जमीन मिली और न ही उनके रुपये वापस लौटाये गये. कारगिल युद्ध लड़ने वाले सैनिकों के नाम पर करोड़ों रुपये की हेराफेरी की गयी. कारगिल नगर कॉलोनी एक्स सर्विसमेन वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्य निवेशकों का पैसा लेकर गायब हो गये हैं.

हालांकि अभी भी इस संगठन के कई सदस्य खुलेआम घुम रहे हैं, लेकिन पैसे लौटाने की बात नहीं करते. जिन लोगों ने कारगिल नगर कॉलोनी मंे जमीन खरीदी थी, उन्हें जमीन की रजिस्ट्री नहीं दी गयी. कुछ लोगों को जमीन की रजिस्ट्री दी भी गयी तो उसका म्यूटेशन नहीं हुआ. अब यहां जमीन खरीदने के लिए पैसा लगाने वाले लोग अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं.

श्री प्रधान ने आगे कहा कि जिस जगह पर कारगिल नगर कॉलोनी बनाने की बात थी, उस स्थान पर अब किसी अन्य व्यक्ति का कब्जा है. उस जमीन पर बाउंड्री वाल बनाने का काम जारी है और पैसा लगाने वाले लोग चाह कर भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं. श्री प्रधान ने जमीन बेचने के नाम पर पूर्व सैनिकों तथा आम लोगों के लाखों रुपये डकार जानेवालों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की. उन्होंने आगे कहा कि वह इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं.


उन्होंने कहा कि 13 सितंबर को सिलीगुड़ी गोरखा मंच की एक आवश्यक बैठक बुलायी जायेगी और इसमें कारगिल नगर में जमीन लेने हेतु पैसा लगाने वाले सभी लोगों को बुलाया जायेगा. इसी बैठक में आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जायेगी. उन्होंने कहा कि 13 सितंबर की बैठक के बाद सिलीगुड़ी के एसडीओ, दार्जिलिंग के डीएम के अलावा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी ज्ञापन दिया जायेगा.
राधिका सिन्हा ने गंवाये 30 लाख
कारगिल नगर कॉलोनी में जमीन खरीदनेवाली सिलीगुड़ी की रहनेवाली राधिका सिन्हा ने 30 लाख रुपये गंवा दिये हैं. उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने तथा उनके परिवार ने 10 कट्ठा जमीन के लिए 30 लाख रुपये दिये थे. उन्हें न तो जमीन दी गयी और न ही अब पैसे लौटाये जा रहे हैं. राधिका सिन्हा ने इस गोरख धंधे में शामिल लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की.

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