पड़ोसी पर लगा पांचवीं की छात्रा से बलात्कार का आरोप
जलपाईगुड़ी: जिले के मयनागुड़ी थाना अंतर्गत जोड़ापाकड़ी गांव में पड़ोसी पर एक बालिका के साथ बलात्कार करने का आरोप सामने आया है. आरोप है कि रमेश बसाक ने अपने पड़ोस में रहनेवाली एक नौ वर्षीय बच्ची को रुपये व प्रसाद का लालच देकर दो दिन उसके साथ बलात्कार किया. मयनागुड़ी थाने की पुलिस ने इस […]
जलपाईगुड़ी: जिले के मयनागुड़ी थाना अंतर्गत जोड़ापाकड़ी गांव में पड़ोसी पर एक बालिका के साथ बलात्कार करने का आरोप सामने आया है. आरोप है कि रमेश बसाक ने अपने पड़ोस में रहनेवाली एक नौ वर्षीय बच्ची को रुपये व प्रसाद का लालच देकर दो दिन उसके साथ बलात्कार किया. मयनागुड़ी थाने की पुलिस ने इस बाबत प्राथमिकी दर्ज करने से साफ इनकार कर दिया था. बाद में उच्च अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद मामला दर्ज हुआ. साथ ही तृणमूल कांग्रेस नेताओं पर पीड़ित परिवार पर दबाव बनाने का आरोप लगा है.
गुरुवार को पीड़ित परिवार ने जलपाईगुड़ी आकर जिला पुलिस अधीक्षक आकाश मेघारिया से मुलाकात की. पांचवीं कक्षा में पढ़नेवाली पीड़िता के पिता हाट में फेरी कर परिवार का भरण-पोषण करते हैं, जबकि मां एक साधारण गृहिणी हैं. पीड़िता के पिता ने पड़ोसी रमेश बसाक पर बच्ची का बलात्कार करने का आरोप लगाते हुए बताया कि महालया के दिन रमेश ने बच्ची को रुपये देने एवं टीवी दिखाने का लालच दिया और उसे अपने घर ले जाकर उसके साथ बलात्कार किया. इसके बाद दो दिन पहले गुजरी कोजागरी लक्ष्मी पूजा के दिन प्रसाद का प्रलोभन देकर रमेश ने दूसरी बार बच्ची के साथ दुष्कर्म किया.
पीड़िता के पिता ने प्रशासन पर पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मयनागुड़ी थाने की पुलिस ने घटना की प्राथमिकी दर्ज करने से साफ इनकार कर दिया. उन्होंने बताया कि बच्ची द्वारा घटना की जानकारी देने के बाद जब मयनागुड़ी थाने में वह घटना की प्राथमिकी दर्ज कराने गये तो थाना के अधिकारियों ने एफआईआर दर्ज करने से साफ इनकार कर दिया . इसके अतिरिक्त एफआईआर दर्ज कराने के लिए थाना जाते समय कुछ स्थानीय तृणमूल नेताओं ने उनका रास्ता रोककर रुपये-पैसे लेकर सुलह करने की बात कही. स्थानीय तृणमूल कार्यालय में घंटों बैठाकर रुपये के लेन-देन के जरिये मामला रफा-दफा करने की जोर-जबरदस्ती भी की गयी. पीड़िता के पिता ने आरोपी रमेश बसाक के लिए कड़ी से कड़ी सजा की मांग करते हुए कहा कि किसी भी कीमत पर सुलह नहीं की जायेगी.
गुरूवार को पीड़ित परिवार की ओर से जिला पुलिस अधीक्षक के पास लिखित आरोप पत्र दाखिल कराने के बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर मयनागुड़ी थाने में एफआईआर दर्ज कराने के लिए परिवार को भेजा गया. हालांकि आरोप पत्र में तृणमूल द्वारा दिये गए दबाव का कहीं भी उल्लेख नहीं किया गया है.