उत्तर बंगाल में एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा देंगे

सिलीगुड़ी: डुवार्स और पर्वतीय इलाकों में एडवेंचर टूरिज्म की अधिक संभावना है. देश-विदेश के पर्यटकों को यहां की प्राकृतिक वादियां, झरना, पहाड़ जंगल के साथ रॉक क्लामिंग, राफ्टिंग आदि एडवेंचर चीजे मिले, तो वो बार-बार आयेंगे. ये पर्यटक इन स्थानों पर आकर इन सब चीजों की कमी महसूस करते है. केंद्र से इसके लिए फंड […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:37 PM

सिलीगुड़ी: डुवार्स और पर्वतीय इलाकों में एडवेंचर टूरिज्म की अधिक संभावना है. देश-विदेश के पर्यटकों को यहां की प्राकृतिक वादियां, झरना, पहाड़ जंगल के साथ रॉक क्लामिंग, राफ्टिंग आदि एडवेंचर चीजे मिले, तो वो बार-बार आयेंगे.

ये पर्यटक इन स्थानों पर आकर इन सब चीजों की कमी महसूस करते है. केंद्र से इसके लिए फंड भी है. यह कहना है पश्चिम बंगाल, पर्यटन विभाग के सचिव विक्रम सेन का. वें सोमवार को पत्रकारों से मुखातीब थे.

उन्होंने बताया कि गाजलडोबा में पर्यटन हब बनाने की योजना है. यहां स्पा, गोल पोस्ट आदि मनोरंजन और सैर सपाटा की व्यवस्था होगी. पीपीपी मॉडल पर उत्तर बंगाल के पर्यटन उद्योग का विकास किया जायेगा. यहां के वन जंगल, सफारी आदि से स्थानीय लोगों और सरकार को लाभ होगा. रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. पर्यटन उद्योग के संबंधित लोगों ने विक्रम सेन को 25 विभिन्न बिंदुओं पर अपना प्रस्ताव रखा. जिसमें सुरक्षा व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा गया है.

Next Article

Exit mobile version